गावां में एमडीएम की राशि की अवैध निकासी, प्रधानाध्यापक पर लगा आरोप
गावां प्रखंड के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय खण्डोत में एमडीएम मद की राशि की अवैध निकासी का मामला सामने आया है। स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि प्रधानाध्यापक ने फर्जी हस्ताक्षर कर...

गावां, प्रतिनिधि। गावां प्रखंड स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय खण्डोत में एमडीएम मद की राशि की अवैध निकासी का मामला प्रकाश में आया है। स्कूल प्रबंधन समिति व अभिभावकों ने एमडीएम के खाते से एक लाख बीस हजार रुपए निकाल लिए जाने का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया है। प्रबंधन समिति के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि प्रधानाध्यापक सह सचिव के द्वारा एमडीएम के खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर चार क़िस्त में कुल एक लाख बीस हजार रुपए निकाल लिया गया। इसकी जानकारी तब लगी, जब वे खाते को अपडेट करने बैंक गए। अपडेट करने पर पता चला कि दो बार चालीस-चालीस हजार रुपये व दो बार बीस-बीस हजार रुपए की निकासी हुई है। जबकि अध्यक्ष व संयोजिका को इसकी कोई जनकारी नहीं है। उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन की स्थिति काफी खराब है। यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पोषाक, स्वेटर आदि की भी आपूर्ति नहीं की गई है। विद्यालय की अव्यवस्था के कारण यहां बच्चों की संख्या दिन प्रतिदिन घटती जा रही है।
जानकारी होने पर बुधवार को विद्यालय परिसर में प्रबंधन समिति के सदस्यों व ग्रामीणों की एक बैठक की गई। ग्रामीणों ने तय किया कि अवैध रूप से रुपए की निकासी, मध्याह्न भोजन सुचारू रूप से नहीं चलने समेत अन्य मुद्दों पर विभागीय अधिकारियों आवेदन दिया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानाध्यापक के द्वारा एक कमरे को छोड़ शेष सभी कमरों में पटरा रखवाया गया है। वहीं राज मिस्त्री व लेबर के लिए विद्यालय मुहैया करा दिया गया है। जिससे परिसर में गंदगी फैली रहती है। वहीं एक ही कमरे में प्रथम से पंचम तक के बच्चों को बैठाया जाता है। यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ व मामले की जांच नहीं की गई तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य हो जाएंगे।
ग्रामीणों की शिकायत पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मरगूब आलम भी विद्यालय पहुंचे व प्रधानाध्यापक सह सचिव से इस संबंध में पूछताछ की एवं कार्यप्रणाली में सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वे वरीय पदाधिकारियों से मिलकर घटना की जांच करने का आग्रह करेंगे। इधर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सह सचिव रविन्द्र कुमार ने कहा कि मेरे द्वारा राशि की निकासी की गई है क्योंकि एमडीएम के सामान का क्रय करना जरूरी था। जब उनसे पूछा गया कि राशि निकासी हेतु अध्यक्ष व संयोजिका से हस्ताक्षर क्यों नहीं लिया गया तो वे चुप्पी साध गए। मध्याह्न भोजन नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विद्यालय का चापानल खराब रहने के कारण कुछ दिनों तक मध्याह्न भोजन बंद रखा गया था। पुनः चालू कर दिया गया है। मामले में बीपीओ गंगाधर पांडेय ने कहा कि अभी तक इस संबध में कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। विद्यालय जाकर मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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