ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से चल रहा अवैध आरा मिल
जमुआ प्रखंड में अवैध आरा मिलों का संचालन हो रहा है। हरे वृक्षों की कटाई वन विभाग की मिलीभगत से की जा रही है। आजसू के शंकर यादव ने कहा कि यह कार्यवाही बड़े पैमाने पर हो रही है। यदि वन विभाग ने कार्रवाई...
जमुआ, प्रतिनिधि। जमुआ प्रखंड मुख्यालय स्थित ग्रामीण क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध आरा मिलों का संचालन हो रहा है। जहां प्रतिदिन जंगल या ग्रामीण क्षेत्रों से हरे वृक्षों को वन विभाग की मिलीभगत से आरा मिल के संचालकों द्वारा काटा जा रहा है। इस संदर्भ में आजसू के जिला कार्यकारी अध्यक्ष शंकर यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि वृक्षों की कटाई करके स्थानीय आरा मिलों में कटवाकर विभिन्न तरह के फर्नीचर तैयार किए जाते है। उन्होंने कहा कि इस खेल में आरा मिल संचालक और स्थानीय वन विभाग के पदाधिकारी के बीच गठजोड़ कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। कहा कि कुछ लोगों ने लकड़ी के फर्नीचर तैयार करने का लाइसेंस ले रखा है। विभाग द्वारा 18 इंच के आरा मिल संचालन की सुविधा दी गयी है, लेकिन उस आड़ में धड़ल्ले से वन विभाग के कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बड़े पैमाने पर आरा मिलों का अवैध संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर वन विभाग हरे पेड़ की कटाई पर रोक नहीं लगता है तो आजसू के बैनर तले आंदोलन किया जाएगा। इधर जमुआ वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी सुरेश रजक का कहना है कि आरोप बेबुनियाद है। कहा कि जमुआ वन प्रक्षेत्र के अंदर कहीं भी किसी प्रकार का आरा मिल या अवैध आरा मिलों का संचालन नहीं हो रहा है। कहा कि सभी आरा मिल बंद है।
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