Hindi NewsJharkhand NewsGridih NewsHealth Department s Neglect Jamua s Community Health Center Lacks Medical Staff

ऊंची दुकान फीकी पकवान का पर्याय बन गया है स्वास्थ्य महकमा

जमुआ में स्वास्थ्य विभाग ने एक आलीशान भवन का निर्माण किया है, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरती जा रही है। 1980 में स्थापित रेफरल अस्पताल अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बदल चुका है, जहां कोई...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहSun, 1 Dec 2024 05:12 PM
share Share
Follow Us on

रामचंद्र हाजरा, जमुआ, प्रतिनिधि। इसे स्वास्थ्य महकमा की उपलब्धि कहें अथवा आमजनों के स्वास्थ्य प्रति घोर लापरवाही। जमुआ में स्वास्थ्य विभाग ने आलीशान भवन का निर्माण तो करा लिया पर आमजनों के स्वास्थ्य की समुचित देखभाल कैसे हो, इस बात की चिंता विभाग को नहीं है। जाहिर है जमूआ के लिए स्वास्थ्य विभाग ऊंची दुकान फीकी पकवान का पर्याय बनकर रह गया है। जानकारी के मुताबिक जमुआ क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 1980 में रेफरल अस्पताल की आधारशिला एकीकृत बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री बिंदेश्वरी दुबे और स्वास्थ्य । मंत्री बंदी शंकर सिंह ने रखी थी। मंथर गति से बनते बनते 1990 में अस्पताल का निर्माण कार्य पुरा हुआ। पूर्व में जमूआ में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ही संचालित था। रेफरल अस्पताल का उदघाटन अलग राज्य बनने के बाद वर्ष 2004 में किया गया। 36 बेड के रेफरल अस्पताल के लिए चिकित्सको एवं चिकित्सा कर्मियों की कई पद सृजित किये गए। रेफरल अस्पताल की सुविधा तो स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध नहीं करा पाया अलबत्ता पुनर्मुशुको भवः की तर्ज पर वर्ष 2010 में इसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील कर दिया। जो भी हो अबतक यहां बेहतर क्या बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव है। फिलवक्त इस अस्पताल में कोई चिकित्सक नहीं है। बिरनी प्रखंड के चिकित्सक को जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बताया जाता है कि यहां तैनात नर्सों के भरोसे ही केंद्र का संचालन होता है। ऊपर से तुर्रा यह कि करोड़ों की लागत से केंद्र के लिए एक और आलीशान भवन बनकर तैयार है। ठेकेदार ने विभाग को नया भवन बनाकर हैंडओवर भी कर दिया है। बावजूद इसके पुराने भवन में ही अस्पताल का संचालन हो रहा है। इस बाबत प्रभारी चिकित्सक कुलदीप तिर्की ने बताया कि जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक अथवा आवश्यकता के अनुसार चिकित्सा कर्मी क्यों नहीं हैं इस बात का जवाब वे नहीं दे सकते हैं। रही बात नए भवन में शिफ्ट करने की तो यह सांसद और स्थानीय विधायक के उपर निर्भर है ,वे जब समय देंगे नए भवन का उदघाटन करा लिया जाएगा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें