Hindi Newsझारखंड न्यूज़गिरिडीहDeserted Model College in Birni A Dream for Quality Education Unfulfilled

ऑनलाइन एडमिशन के बाद भी पढ़ाई शुरू नहीं

बिरनी प्रखंड में 2004 में स्थापित मॉडल कॉलेज आज वीरान है। छात्रों का ऑनलाइन एडमिशन होने के बावजूद पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। लोगों को उम्मीद थी कि कॉलेज खुलने से उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी,...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहFri, 22 Nov 2024 01:19 AM
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बिरनी, प्रतिनिधि। बिरनी प्रखंड में पूर्व सांसद रवीन्द्र कुमार राय तथा वर्तमान विधायक विनोद कुमार सिंह, तत्कालीन उपायुक्त दीप्रवा लकड़ा और बिनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सतीश्वर प्रसाद सिन्हा की उपस्थिति में वर्ष 2004 ई में बना मॉडल कॉलेज भवन आज वीरान पड़ा है। कॉलेज के दर्जनों खिड़कियां का शीशा टूट गए हैं। कॉलेज परिसर के पेड़-पौधे और झाड़ियों से भर गया है। देख रेख के अभाव में गली के आवारा कुत्तों का भी यह आशियाना बन गया है। आमजनों को ध्यान में रखते हुए बिरनी प्रखण्ड में मॉडल कॉलेज को बनाया गया था। ताकि स्थानीय विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा पाने में सुविधा मिल सकेगी। पिछले वर्ष काफी प्रयासों के बाद सैकड़ों छात्रों का ऑनलाइन एडमिशन किया गया। इस बाबत लोगों में एक बार फिर से उम्मीद जग उठी कि अब कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। लेकिन एडमिशन होने के बावजूद कोई सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण पढ़ाई शुरु नहीं हो पाई।

बेहतर शिक्षा की उम्मीद में जगह है आस: मॉडल कॉलेज खुल जाने से लोगों में खुशी का माहौल था। लोग मानने लगे थे कि अब बेहतर शिक्षा के लिए आमजनों के बच्चों को बिरनी से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। लोगों को आर्थिक रूप से भी बचत होगी और विद्यार्थियों को घर से ही उच्च शिक्षा प्राप्त हो जाएगी। चूंकि पढ़ाई के अभाव में इंटरमीडिएट के बाद बेहतर शिक्षा के लिए हजारीबाग, बोकारो, रांची व अन्य जगहों पर जाना मजबूरी बन जाती है।

संचालन के लिए पत्र लिखा गया हैः प्राचार्य: बिरनी मॉडल कॉलेज के प्राचार्य कन्हैया राय ने कहा कि 12/06/2018 को इस कॉलेज का चार्ज डॉ सुखदेव सिंह को दिया गया था। उसके बाद 20/03/20 को उन्हें चार्ज प्राप्त हुआ है। उस समय कोरोना काल का समय चल रहा था। जिस कारण कॉलेज का कोई भी आवश्यक कार्य का निष्पादन नहीं किया जा सका। अब कोरोना की लहर नहीं है तो कॉलेज के संचालन के लिए कई बार विभाग को लिखा जा चुका है पर अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं दिख रही है। कॉलेज के नाम से अभी तक खाता भी नहीं खुल पाया है। कहा कि विधायक विनोद सिंह के प्रयास से कॉलेज के संचालन के लिए राशि आवंटित किए जाने की सूचना मिल रही है। जल्द ही कॉलेज शुरू करने की दिशा में पहल की जाएगी।

पद का नहीं हुआ है सृजनः विधायक: बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि अबतक कॉलेज में पढ़ाये जाने वाले कला, वाणिज्य, विज्ञान के लिए कोई पद सृजन नहीं हो पाया है। जिस कारण नामांकन नहीं हो पा रहा है। पहले वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई शुरू होगी। कॉलेज के फर्नीचर के लिए राशि का प्रयास किया गया है जो अगले माह तक आवंटित की जा सकेगी।

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