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23.50 करोड़ से गिरिडीह में बनेगा वर्किंग वूमेन हॉस्टल

गिरिडीह में महिला श्रमिकों की सुविधा के लिए हॉस्टल का निर्माण होगा। यह योजना 23.50 करोड़ की राशि से बनाई जाएगी, जिसे केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने स्वीकृत किया है। सोनबाद क्षेत्र में स्थल...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहTue, 13 May 2025 12:57 AM
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23.50 करोड़ से गिरिडीह में बनेगा वर्किंग वूमेन हॉस्टल

गिरिडीह, प्रतिनिधि। गिरिडीह में वर्किंग वूमेन की सुविधा के लिए हॉस्टल का निर्माण होगा। इसके लिए गिरिडीह कॉलेज के बगल सोनबाद क्षेत्र में स्थल चयनित किया गया है। इस योजना का निर्माण 23.50 करोड़ की राशि से होगा। योजना को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद राशि आवंटित की गई है। इस संबंध में कोडरमा सांसद प्रतिनिधि सह भाजपा नेता दिनेश प्रसाद यादव ने बताया कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी की पहल पर वर्किंग वूमेन हॉस्टल का निर्माण होना है। इसके लिए सोनबाद में स्थल का चयन कर लिया गया है। जल्द ही योजना को लेकर निविदा निकाली जायेगी।

उन्होंने बताया कि गिरिडीह जिले के कई प्रखंडों से महिला श्रमिक काम करने के लिए जिला मुख्यालय आती हैं। कभी-कभी शाम होने की वजह से ऐसी महिलाओं को अपने घर वापसी में परेशानी होती है। महिला श्रमिकों की इन समस्याओं को समझते हुए केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने वर्किंग वूमेन हॉस्टल निर्माण कराने का निर्णय लिया है। गिरिडीह सहित झारखंड के कई अन्य जिलों में इस योजना का निर्माण होना है। उक्त हॉस्टल में कमरों व शौचालय का निर्माण होगा। कैंटिन की व्यवस्था रहेगी, ताकि रात्रि में हॉस्टल में ठहरने वाली महिला श्रमिकों को सहूलियत हो सके। रात्रि विश्राम के अलावा खाना खाने की सुविधा यहीं पर उपलब्ध रहेगी। यादव ने बताया कि उक्त हॉस्टल में महिला श्रमिकों के लिए सुरक्षा का भी प्रबंध रहेगा। कहा कि योजना का व्यापक लाभ वर्किंग वूमेन को मिलेगा। काम की तलाश में कई महिला श्रमिक पहुंचती है मुख्यालय: बता दें कि रोजगार हेतु काम की तलाश में प्रखंडों से कई महिला श्रमिक जिला मुख्यालय पहुंचती है। यहां पर दिनभर काम करने के बाद शाम को वापस घर लौट जाती हैं, लेकिन कभी-कभी काम का निष्पादन करने में रात हो जाता है, लिहाजा घर वापसी में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बताया जाता है कि पीरटांड़, गांडेय व जमुआ क्षेत्र से कई महिला श्रमिक गिरिडीह आती हैं। ऐसी स्थिति में वर्किंग वूमेन हॉस्टल का निर्माण होने से उन महिलाओं को काफी सुविधा होगी।

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