शिक्षकों के रिटायरमेंट आयु कम करने की मांग
गिरिडीह निवासी अधिवक्ता भारत भानु चौधरी ने मंत्री सुदिव्य कुमार को पत्र लिखा है। उन्होंने झारखंड के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष से घटाकर 60 या 62 वर्ष करने की...
गिरिडीह। गिरिडीह निवासी व अधिवक्ता भारत भानु चौधरी ने उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री सुदिव्य कुमार को पत्र लिखा है। जिसमें झारखंड सरकार के विश्वविद्यालयों तथा अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष से घटाकर 60 या 62 वर्ष करने की मांग की है। प्रेषित पत्र में भानु ने कहा कि सन 2000 में बिहार राज्य से कटकर जब झारखंड राज्य बना। उस समय बिहार और झारखंड दोनों प्रदेशों में कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों के शिक्षकों एवं प्रयोगशाला तकनीशियनों का रिटायरमेंट आयु 60 वर्ष था। झारखंड बनने के बाद उस समय की बीजेपी सरकार ने पहले 62 और सन 2012 में 65 साल कर दिया, जो जनहित और छात्रहित में नहीं था। कहा कि देश के अधिकांश राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में यह आयु 60 वर्ष है। झारखंड छोड़कर बाकी सभी राज्यों में यह आयु 60 या 62 वर्ष है। कहा कि झारखंड राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम में संशोधन करके शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष करना वास्तव में जनहित तथा छात्रहित में होगा।
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