Hindi NewsJharkhand NewsGridih NewsAcharya Kanhaiya Prasad Dwivedi Maharaj s Spiritual Discourse on Divine Incarnations and the Role of Goddess Annapurna

वसुधा को पापमुक्त करने के लिए अवतार लेते रहे हैं भगवान: कन्हैया

बेंगाबाद में आचार्य कन्हैया प्रसाद द्विवेदी जी महाराज ने भक्तों की रक्षा के लिए भगवान के अवतार लेने की बात कही। उन्होंने हनुमंत प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ के दौरान भगवान श्री राम के अवतार का उल्लेख किया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहSun, 9 March 2025 04:35 AM
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वसुधा को पापमुक्त करने के लिए अवतार लेते रहे हैं भगवान: कन्हैया

बेंगाबाद। प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य कन्हैया प्रसाद द्विवेदी जी महाराज ने कहा कि पाप मुक्त करने के लिए भगवान किसी न किसी रूप मे इस धरा पर अवतार लेते हैं, और पृथ्वी को पाप मुक्त कर भक्तों की रक्षा करते हैं। बेंगाबाद के खुरचुट्टा में जारी सात दिवसीय हनुमंत प्राण प्रतिष्ठा सह संगीतमय राम कथा महायज्ञ के दौरान शुक्रवार रात एक प्रसंग की व्याख्या करते हुए उन्होंने उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि भगवान भक्तों के अधीन होते हैं। भक्तों के प्रेम में भगवान निर्गुण, निराकार, परमात्मा सगुण साकार रूप लेकर वे किसी के पुत्र, किसी के पति, किसी के सखा तो किसी के भ्राता बनकर बैकुंठ को छोड़कर धरती पर आ जाते हैं और भक्तों की रक्षा कर पृथ्वी को पापमुक्त करते हैं। सनातन धर्म में परम पिता परमात्मा अपने पुत्रों को भवसागर से उबारने के लिए स्वयं अवतार लेते हैं। उदाहरण के तौर पर कहा कि त्रेता युग में रावण के आतंक से वसुधा कराहने लगी थी। तब भगवान श्री राम ने दशरथ जी के यहां कौशल्या मैया के गर्भ से अवतार लिया था। मौके पर राम जन्म के भजन एवं नारद मोह सहित अन्य प्रसंगों का विधिवत वर्णन कर श्रद्धालु भक्त जनों को भाव विभोर कर दिया।

हिमाचल की पुत्री हैं मां अन्नपूर्णा

काशी विश्वनाथ अन्नपूर्णा मंदिर के अर्चक सह महायज्ञ के संरक्षक पंडित अर्जुन पांडेय ने माता अन्नपूर्णा की कथा का वर्णन किया। कहा कि हिमाचल की कन्या तू ही शंभू रानी, नमो अन्नपूर्णा अन्नदाता भवानी। काशी विश्वनाथ के अन्नपूर्णा के वर्णित कथा कुछ अंश को बताते हुए कहा कि एक समय विश्व में अकाल पड़ गया था। तब मानव जीवन की सुरक्षा और धर्म की रक्षा के लिए भगवान विश्वनाथ स्वयं माता अन्नपूर्णा के पास आए और भिक्षा ली थी। भिक्षा के तौर पर माता अन्नपूर्णा ने स्वयं बाबा विश्वनाथ को भिक्षा दी और मां ने विश्व में अन्न, धन की कमी नहीं होने की बात कही थी। मान्यता है कि मां अन्नपूर्णा हिमाचल की पुत्री हैं जो पार्वती के स्वरुप में विराजमान हैं।

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