राष्ट्रीय एसटी आयोग की टीम हापामुनी पहुंची, पीड़ित का लिया पक्ष
घाघरा के हापामुनी गांव में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम ने पुलिस यातना के शिकार पति-पत्नी की शिकायत सुनी। आयोग ने मामले की गंभीरता को समझते हुए, अमरजीत भगत और उनकी पत्नी रानी देवी के खिलाफ...

घाघरा, प्रतिनिधि। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की राष्ट्रीय सदस्य आशा लकड़ा की अगुवाई में टीम सोमवार को घाघरा के हापामुनी गांव पहुंची और पुलिस यातना-प्रताड़ना से पीड़ित पति-पत्नी का पक्ष सुना। भारत सरकार के अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम में राष्ट्रीय सदस्य सहित कानूनी सलाहकार सुभाषी रसिक सोरेन व प्रदीप कुमार दास शामिल थे। टीम ने हापामुनी के अमरजीत भगत के साथ पुलिसिया मारपीट व उसकी पत्नी रानी देवी को अपशब्द के मामले में गंभीरता से जानकारी संग्रहित की। आयोग की सदस्य आशा लकड़ा ने कहा कि हापामुनी गांव के अमरजीत भगत अपनी फरियाद लेकर थाना पहुंचे तो उन्हें सुरक्षा देने के बजाय पुलिस ने उन्हें के साथ मारपीट की। इस मामले के अखबार में प्रकाशन पर आयोग से संज्ञान लिय और पांच अप्रैल का एसडीपीओ व डीएसपी हापामुनी गांव पहुंचे थे,लेकिन अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। आयोग अमरजीत का न्याय दिलाने की दिशा में काम करेगी। पीड़ित के बयान पर ग्राउड रिपोर्ट आयोग डीजीपी व एसपी को भेजेगी।
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