Hindi Newsझारखंड न्यूज़गुमलाMany panchayat heads accused of involvement in illegal sand trade in Basia

बसिया में बालू के अवैध कारोबार में कई पंचायत के मुखिया पर संलिप्ता के आरोप

बालू माफियाओं के साथ मुखिया भी हो रहे मालामाल बालू माफियाओं के साथ मुखिया भी हो रहे मालामाल बालू माफियाओं के साथ मुखिया भी हो रहे मालामाल बालू...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुमलाWed, 14 April 2021 03:03 AM
share Share

बसिया प्रतिनिधि

बसिया प्रखंड क्षेत्र में बालू के अवैध कारोबार में कई पंचायत के मुखिया पर भी संलिप्तता का आरोप लगने शुरू हो गए है। मुखिया पंचायत के राजस्व व स्थानीय उपयोग की आड़ में खनन विभाग व बालू माफियाओं से मिली भगत कर बसिया से होकर गुजरने वाली कोयल नदी के कोनबीर,तेतरा,लुंगटु आदि पंचायत अंतर्गत पड़ने वाले बालू घाट से रोजाना हजारों ट्रैक्टर बालू का अवैध खनन हाइवा व ट्रकों के माध्यम से रांची,कोलेविरा सहित अन्य शहरों में ऊंचे दामों में भेज रहे है। जिससे बालू माफियाओं के साथ साथ मुखिया भी मालामाल हो रहे है।

वही पंचायत निधि का कोष अब भी पूरी तरह खाली पड़ा हुआ है,जबकि बीते तीन सालों में सिर्फ कोनबीर व लुंगटु पंचायत द्वारा 50 लाख से भी अधिक की वसूली से इनकार नही किया जा सकता। जानकारी के अनुसार कैटेगिरी -1 बालू घाटो की जिम्मेवारी सरकार द्वारा स्थानीय निकायों को बालू के स्थानीय उपयोग के लिए दी गयी है।जिसके लिए बालू घाटों के रख रखाव के लिए प्रति ट्रैक्टर 100 रुपये ट्रिप चालान के माध्यम से पंचायत निधि के कोष में जमा करने का निर्देश दिया गया है। जिसके निगरानी के लिए पंचायत व प्रखंड स्तर पर समिति का गठन भी किया गया है। वसूली गयी राशि के आय-व्यय के संधारण की जिम्मेवारी पंचायत सचिव को दी गयी है।

साथ ही वन आश्रयणी क्षेत्र में किसी भी तरह के खनन व भंडारण पर रोक है।बावजूद इसके जबाबदेह अधिकारियों की लापरवाही व टाल मटोल रवैये से वन आश्रयणी क्षेत्र में पड़ने वाले लुंगटु के तालेसेरा-बागेसेरा व तेतरा के सोलगबीरा -पखनाटोली सहित कई बालू घाटों से बालू के अवैध खनन व परिवहन बीते तीन सालों से लगातार जारी है। वन आश्रयणी क्षेत्र में पड़ने वाले बालू घाटों से बालू के खनन पर रोक होने के बाबत पूछने पर तेतरा पंचायत की मुखिया टेरेसा लकड़ा ने कहा कि इसकी जानकारी मुझे नही है। खनन विभाग द्वारा हमें चलान दिया गया है। मामले में बसिया अंचल अधिकारी से पंचायत के मुखिया द्वारा वसूली गई राशि के समीक्षा के संबंध में पूछने पर अपने टाल मटोल रवैये में कहा कि यह तो बीपीआरओ के जिम्मे आता है। एक सवाल के जबाब में कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर समीक्षा की जाएगी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें