गुमला में निर्मित आदिवासियों के पारंपारिक वाद्ययंत्र मांदर को मिलेगा जीआई टैग
20दिंसबर को दिल्ली में जीआई टैग के लिए होगी फाइनल हियरिंग 20दिंसबर को दिल्ली में जीआई टैग के लिए होगी फाइनल हियरिंग 20दिंसबर को दिल्ली में जीआई टैग क
गुमला प्रतिनिधि। आदिवासी संस्कृति व जीवन की पहचान मांदर को अब राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की दिशा में जीआई टैग बेहद कारगर साबित होगा। जिला प्रशासनिक महकमा 20दिंसबर को दिल्ली में होने वाले मांदर के जीआई टैग के फाइनल हियरिंग को लेकर अपनी तैयारी कर रहा है। मंगलवार को डीसी कर्ण सत्यार्थी ने मांदर के जीआई टैग को लेकर जिले के अधिकारियों संग बैठक की और अपनी ओर से सभी सार्थक पहल पूरा करने को कहा। इसको लेकर गुमला के मांदर को सुरक्षित तरीके से दिल्ली ले जाया जायेगा। इसको लेकर जिला उद्यमी समन्वयक को जिम्मेंवारी सौंपी गयी है। डीसी ने अपने पांरपरिक वाद्ययंत्र को लेकर विशेष रूप से पीपीटी बनाने के साथ-साथ दिल्ली भेजे जाने मांदर की बेहतर-आकर्षक पेंटिग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। और फोटोग्राफी-वीडियों बनाने को कहा।
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