घाघरा में वाहन जलाने और मंदिर में प्रतिबंधित मांस फेंकने का आरोपी गिरफ्तार
गिरफ्त में आये रामजी भगत ने कमल उरांव के साथ मिल कर घटना को दिया अंजामगिरफ्त में आये रामजी भगत ने कमल उरांव के साथ मिल कर घटना को दिया अंजामगिरफ्त में
घाघरा प्रतिनिधि। घाघरा पुलिस ने विगत दो अलग-अलग जगह पर वाहन जलाने ,मंदिर में प्रतिबंधित मांस फेंकने और सेन्हा में पीएलएफआई का पर्चा चिपकाने के आरोपी देवाकी कुसुम टोली निवासी रामजी भगत उर्फ रामजी उरांव को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया है। इस संबंध में इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार व थानेदार तरुण कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 22 नवंबर की रात्रि चपका में महेश साहू का अल्टो कार व गुमला डीएसपी रोड जवाहर नगर निवासी चंदन कुमार का बोलेरो व उसके चालक का ट्रैक्टर रनहे गांव में आग के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने रामजी को गिरफ्तार कर पूछताछ की। उसने अपराध को स्वीकार करते हुए बताया कि इस वारदात को कमल उरांव के साथ मिलकर अंजाम दिया था। घटना के पीछे संजू उर्फ मंजू देवी को फंसा कर जेल भेजना था। संजू उर्फ मंजू ईंट भट्ठा में लेबर सप्लाई करती थी। उसे फंसा कर लेबर सप्लाई का काम खुद से करने की योजना थी। पूछताछ उसने यह भी बताया कि उसने ही कमल के साथ मिलकर पुटो रोड स्थित मंदिर में प्रतिबंधित मांस भी फेंका था। साथ ही चार दिसंबर को सेन्हा में पीएलएफआई का पर्चा चिपकाया और उसमें भी संजू उर्फ मंजू देवी का मोबाइल नंबर लिखा था,ताकि उस घटना में भी संजू उर्फ मंजू देवी फंस जाये। इन सभी घटनाओं को स्वीकार करते हुए रामजी ने बताया कि यह तीनों घटना व कमल उरांव के साथ मिलकर किया था। घटना के पीछे का मकसद संजू उर्फ मंजू देवी को फंसा कर ईट भट्ठा में लेबर सप्लाई करने का काम खुद से करने का था।
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