बंगाल को जोड़ने वाली घाघरा-पाकुड़ियाशोल सड़क खस्ताहाल
चाकुलिया प्रखंड के माटियाबांधी पंचायत में घाघरा- पाकुड़ियाशोल सड़क की खराब स्थिति ग्रामीणों के लिए समस्याएँ पैदा कर रही है। इस सड़क पर बड़े पत्थर और गड्ढे हैं, जिससे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।...
चाकुलिया प्रखंड को पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाली माटियाबांधी पंचायत में घाघरा- पाकुड़ियाशोल सड़क की जर्जरता ग्रामीणों के लिए परेशानियों का कारण बनी है। सड़क पर उभरे बड़े-बड़े पत्थरों के करण इस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। यह सड़क पश्चिम बंगाल को धालभूमगढ़ में एनएच 18 से जोड़ती है। वहीं प्रखंड के बंगाल सीमा से सटे पाकुड़ियाशोल को जोड़ती है। इस सड़क के मरम्मत की मांग ग्रामीण वर्षों से कर रहे हैं। परंतु आज तक कोई पहल नहीं हुई है। धालभूमगढ़ से राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 18 से घाघरा तक स्टेट हाईवे का निर्माण कई साल पूर्व हुआ है। मगर घाघरा से पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे पाकुड़ियाशोल के सिद्धो- कान्हो चौक तक करीब ढाई किलोमीटर सड़क का निर्माण नहीं हुआ। वर्षों पूर्व बनी उक्त ढाई किलोमीटर लंबी सड़क पर सिर्फ नुकीले पत्थर और गड्ढे ही नजर आते हैं। सड़क की जर्जरता से पाकुड़ियाशोल और घाघरा के ग्रामीणों को वर्षों से परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। सड़क की मरम्मत नहीं होने से इन दोनों गांवों के ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। विदित हो कि इसी सड़क से होकर पश्चिम बंगाल के पर्यटक घाघ झरना आते हैं। सड़क जर्जर होने से पर्यटकों को भी परेशानी होती है। घाघरा के ग्राम प्रधान राजेंद्र सिंह और ग्रामीण रामचंद्र सिंह समेत अन्य ग्रामीणों का कहना है कि ढाई किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। जबकि धालभूमगढ़ से घाघरा तक सड़क चकाचक है।
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