बोरा के अभाव में चावल का वितरण बंद, जनवरी से सबर परिवार को नहीं मिला राशन
जेएसएलपीएस की लापरवाही के कारण चाकुलिया प्रखंड के 844 सबर परिवार जनवरी माह से चावल से वंचित हैं। मकर संक्रांति के पूर्व चावल नहीं मिलने से सबर परिवार परेशान हैं। आपूर्ति विभाग ने कहा कि पैकिंग के लिए...
जेएसएलपीएस की लापरवाही से चाकुलिया प्रखंड के विभिन्न गांवों में विलुप्त होती आदिम जनजाति के 844 सबर परिवार डाकिया योजना के तहत जनवरी माह से चावल से वंचित हैं। मकर संक्रांति के पूर्व चावल नहीं मिलने से सबर परिवार परेशान हैं। बोरा के अभाव में इस योजना के तहत अंत्योदय कार्डधारक सबर परिवारों के घर चावल नहीं पहुंचाया गया है। जानकारी के मुताबिक, इस योजना के लिए धालभूमगढ़ में स्टेट फूड कॉरपोरेशन के गोदाम में जेएसएलपीएस द्वारा बोरा की आपूर्ति की जाती है। यहां पर सबर परिवार के लिए प्रति अंत्योदय कार्ड 35 किलो चावल की पैकिंग कर चाकुलिया में आपूर्ति विभाग को दिया जाता है। इसके बाद आपूर्ति विभाग चावल के बोरों को वाहन से डोर- टू- डोर सबरों तक पहुंचाता है। चाकुलिया प्रखंड में 994 सबर परिवार हैं। इनमें से 150 परिवार के घर जनवरी माह का चावल पहुंचा दिया गया है। परंतु 844 परिवारों को चावल नहीं पहुंचाया गया है। चाकुलिया ब्लॉक ऑफिस के पास रहने वाले सबर परिवार चावल से वंचित हैं। इस संबंध में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि जेएसएलपीएस के चावल का पैकिंग बोरे उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। इसलिए सबर परिवारों के लिए चावल नहीं आया है। 150 बोरा चावल की आपूर्ति की गई थी। इसका वितरण कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जेएसएलपीएस से पत्राचार किया गया है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी को भी इसकी सूचना दी गई है। बोरा उपलब्ध होते ही सबर परिवारों को चावल उपलब्ध करवा दिया जाएगा। इधर, गुड़ाबांदा प्रखंड में भी सबर जनजाति के कार्डधारियों को चावल की आपूर्ति नहीं की गई है। इसको लेकर सबर जनजाति के लोगों में आक्रोश है।
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