आदिवासी के अस्तित्व को बचाने को लिए एक और लड़ाई लड़नी होगी: चंपाई
झारखंड टाइगर चंपई सोरेन का कोलकाता से आसाम जाते समय धालभूमगढ़ में भव्य स्वागत किया गया। सोरेन ने कहा कि आदिवासियों की सुरक्षा के लिए लड़ाई फिर से लड़नी होगी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की चिंता...
झारखंड टाइगर और भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्मित नेता चंपई सोरेन के कोलकाता से आसाम जाने के क्रम में गुरुवार को धालभूमगढ़ में भव्य स्वागत किया गया। उनके स्वागत के लिए धालभूमगढ़ में गुड़ाबांदा ,जादूगोड़ा ,घाटशिला, दामपाड़ा आदि सुदूरवर्ती इलाकों से आए हुए सैंकड़ो महिला पुरुष द्वारा पुष्प गुच्छ देकर भव्य स्वागत किया गया। स्वागत के क्रम में पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब देते हुए झारखंड टाइगर चंपई सोरेन ने कहा 1805 में सिद्धूो कानो ने अंग्रेजों से आदिवासियों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी थी। अब पुन: एक बार आदिवासियों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़नी है, जबकि राज्य में सीएनटी एक्ट भी लागू है , फिर भी यहां की डेमोग्राफी बदल रही है । भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी है जो देश के आम नागरिकों का ख्याल रखती है। इस पार्टी को ही चिंता है की झारखंड के सीमांचल जिलों में स्थानीय नागरिकों की संख्या विशेष कर महिलाओं की संख्या घटी है । डेमोग्राफी में बदलाव हुआ है । हमने कोल्हान की लड़ाई खूब लड़ी है अब आदिवासी अस्मिता की लड़ाई लडूंगा। आज के इस जन सैलाब को देखकर कहा जा सकता है कि जनता बदलाव का मूड बना चुकी है । मौके पर धालभूमगढ़ के जिला परिषद हेमंत कुमार मुंडा, गुड़ाबांदा के जिला परिषद शिवचरण मांडी, भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष अनूप कुमार दास, जिला अध्यक्ष विश्वनाथ बेहरा , प्रदीप राय पूर्व पंचायत समिति सदस्य रत्ना मिश्रा, नौशाद अहमद ,पवित्र मन्ना, धालभूमगढ़ प्रखंड प्रभारी रोहित सिंह समेत सैकड़ो समर्थक मौजूद थे।
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