चंद घंटे की हड़ताल से कंपनी ने मानी मजदूरों की बात, भेजी बोनस की राशि
यूसील भाटीन माइंस के ठेका मजदूरों ने बोनस न मिलने पर हड़ताल की घोषणा की। मजदूरों ने कहा कि कंपनी ने दुर्गा पूजा के बजाय मकर संक्रांति पर बोनस देने का वादा किया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं हुआ। हड़ताल के...
यूसील भाटीन माइंस में कार्यरत ठेका मजदूरों ने शुक्रवार सुबह पहली पाली की ड्यूटी जाने से इनकार करते हुए हड़ताल की घोषणा कर दी। जिसकी जानकारी मिलने पर ठेका कंपनी प्रबंधन सकते में आ गया। हालांकि हड़ताल की घोषणा के चंद घंटे बाद मजदूर वापस काम पर लौट गए। इस बारे में जब मजदूरों से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि भाटीन माइंस के एमएफबी जियोटेग ठेका कंपनी के द्वारा मजदूरों को पूर्व में आश्वासन दिया गया था कि दुर्गा पूजा की बजाय मकर संक्रान्ति के समय बोनस की राशि दी जाएगी। जबकि मकर के समय भी ठेका कंपनी के द्वारा बोनस की राशि नहीं भेजी गई। इससे कई लोग अपने परिवार के सदस्यों के लिए नए कपड़े नहीं खरीद पाए। साथ ही, मकर पर्व भी ठीक से नहीं मना पाए। इसको लेकर सभी मजदूरों में भारी नाराजगी थी। ठेका कंपनी के द्वारा लगातार मजदूरों के साथ वादा खिलाफी हो रही थी, जिससे मजदूरों ने रणनीति बनाते हुए हड़ताल की घोषणा कर दी थी। हालांकि हड़ताल की घोषणा के बाद ठेका कंपनी के अधिकारी मजदूरों के बीच पहुंच कर आश्वासन दिए की अगले कुछ ही घंटो में सभी के खाते में बोनस की राशि भेजी जाएगी। इसके बाद सभी मजदूरों ने हड़ताल समाप्त कर वापस काम पर लौट आए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।