Hindi NewsJharkhand NewsGhatsila NewsChakulia Forest Area Famous for Cashew Production Faces Environmental Challenges

चाकुलिया वन‌ क्षेत्र में काजू के वृक्षों पर फूल निकलने शुरू

चाकुलिया वन क्षेत्र काजू के उत्पादन में प्रसिद्ध है। यहां 3000 हेक्टेयर वन भूमि पर काजू के पेड़ हैं। फरवरी में काजू के पेड़ फूलने लगते हैं और मार्च-अप्रैल में फल लगते हैं। हालांकि, पुराने पेड़ों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, घाटशिलाTue, 18 Feb 2025 05:15 PM
share Share
Follow Us on
चाकुलिया वन‌ क्षेत्र में काजू के वृक्षों पर फूल निकलने शुरू

चाकुलिया: जमशेदपुर वन प्रमंडल का चाकुलिया वन क्षेत्र काजू के उत्पादन में मशहूर है। इन दिनों काजू के पेड़ों पर फूल निकलने शुरू हो गए हैं। इस वन क्षेत्र में लगभग 3000 हेक्टेयर वन भूमि पर काजू के जंगल हैं। इसके अलावा रैयती भूमि पर भी काजू के पेड़ हैं। प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए के काजू का उत्पादन होता है। फरवरी में काजू के वृक्षों पर फूल निकलने लगते हैं। मार्च और अप्रैल तक काजू के पेड़ फलों से लद जाएंगे। फल पकने लगेंगे और काजू बीज का संग्रह वन सुरक्षा समितियों द्वारा शुरू हो जाएगा। विदित हो कि वन भूमि पर स्थित काजू के पेड़ों से बीज का संग्रह वन सुरक्षा समितियों द्वारा किया जाता है। हालांकि काजू के पुराने पेड़ों के नष्ट होने और आग से जल जाने के कारण काजू जंगल का दायरा पहले से कम हुआ है। काजू जंगलों की सुरक्षा नहीं हो रही है। काजू के पुराने पेड़ धीरे-धीरे बर्बाद हो रहे हैं। वहीं प्रतिवर्ष आग से भी काजू जंगलों को भारी नुकसान होता है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें