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अवैध शराब जैसी बुराई के खिलाफ आवाज उठायें मातायें-बहनें : एसडीएम

कॉफ़ी विद एसडीएम में शामिल हुईं दुलदुलवा गांव की महिलाएं अपने नियमित साप्ताहिक कार्यक्रम कॉफी विद एसडीएम के क्रम में बुधवार को सदर एसडीएम संजय कुमार न

Newswrap हिन्दुस्तान, गढ़वाThu, 8 May 2025 04:21 AM
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अवैध शराब जैसी बुराई के खिलाफ आवाज उठायें मातायें-बहनें : एसडीएम

गढ़वा, प्रतिनिधि। अपने नियमित साप्ताहिक कार्यक्रम कॉफी विद एसडीएम के क्रम में बुधवार को सदर एसडीएम संजय कुमार ने मेराल प्रखंड के दुलदुलवा गांव की गृहणियों के साथ संवाद किया। एसडीओ के आमंत्रण पर इस गांव की लगभग 30 महिलाएं बुधवार को कॉफी संवाद में भाग लेने अनुमंडल कार्यालय पहुंची हुई थीं। अनुमंडल कार्यालय पहुंची दुलदुलवा गांव की महिलाओं ने गांव में फैले अवैध शराब के दुष्परिणामों को लेकर रोज झेल रहीं समस्याओं संबंधी अपनी पीड़ा एसडीएम के समक्ष व्यक्त की, साथ ही इस नशाखोरी के धंधे से गांव को कैसे निजात दिलाई जा सके, इसको लेकर अपने-अपने सुझाव भी दिए।

गांव में कार्यरत शिव गुरु आजीविका सखी मंडल की अध्यक्ष लीलावती देवी ने कहा कि यदि गांव की सभी महिलाएं नशाखोरी के खिलाफ एकजुटता दिखाएं तो गांव में बदलाव जरूर आएगा। उन्होंने एसडीएम के साथ-साथ जेएसएलपीएस के डीपीएम से भी अनुरोध किया कि महिलाओं को नशा के विरुद्ध जागरूकता वाले बैनर, पोस्टर आदि मिल जाएं तो वे गांव में अवैध शराब के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाएंगी। उन्होंने कहा कि पहले उनके पति भी नशे में आकंठ डूबे थे किंतु उन्होंने पति का नशा छुड़वाने के लिए लंबा संघर्ष किया और अंत में अपने पति को नशा मुक्त करवाया। दुलदुलवा की सावित्री देवी ने कहा कि गांव में शराब बनाने वालों से ज्यादा संख्या पीने वालों की है। प्रतिदिन वहां शाम का माहौल बहुत ही खराब हो जाता है जिससे बहन बेटियों के लिए बड़ी खराब स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसलिए वे गांव में किसी भी प्रकार की नशाखोरी के विरुद्ध हैं। कुछ महिलाओं ने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा कि उनके ऐसे रिश्तेदार जो शराबी प्रकृति के हैं वे इस गांव में ज्यादा देर रुकना पसंद करते हैं क्योंकि उनको यहां पर आसानी से शराब मिल जाती है। उन रिश्तेदारों के चक्कर में वे न केवल परेशान होती है बल्कि उनकी भी छवि खराब होती है। इसलिए वे सब चाहती हैं कि उनके गांव से अवैध शराब का धंधा खत्म हो। वहीं अनीता देवी ने कहा कि उनके गांव आने वाली बारातों में बारातियों की संख्या ज्यादा होती है, क्योंकि यहां पर सभी का स्वागत प्रायः यहीं पर बनी हुई शराब से किया जाता है। गांव की सीमा देवी एवं अन्य महिलाएं बताती हैं कि जो गांव में अवैध शराब बनती है उसमें शराब के अलावा कई प्रकार के जहरीले कैमिकल मिलाए जाते हैं जो कि इंसान के लिए जानलेवा हैं। इन सभी ने एसडीएम को उनके गांव पर ध्यान देने के लिए साधुवाद दिया। साथ ही अनुरोध किया कि वे इस दिशा में प्रभावी कार्रवाई करें ताकि गांव के लोग शराब की गिरफ्त में आकर अकाल मौत मरने से बच जायें। गांव की किरण देवी ने कहा कि हाल ही में एसडीम संजय कुमार के द्वारा अवैध भट्टियों को तोड़ा गया। यह तारीफ योग्य है। इससे गांव के शराब माफिया में डर का माहौल बना है। यह पहला मौका है जब किसी एसडीएम ने इस दिशा में खुद अगुवाई की हो किंतु उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई एक बार होने से कुछ नहीं होगा इस प्रकार की कार्रवाई अलग-अलग स्तर से लगातार होते रहना चाहिए ताकि लोग इस अवैध व्यवसाय का दुस्साहस न कर पाएं। गांव की ही सीमा देवी ने कार्यक्रम में सभी के बीच जागरूकता गीत "नशा न करना, मान लो कहना, मेरे भाई बहना" सुनाया। साथ ही उन्होंने जिले के अधिकारियों से मार्मिक अपील की कि वे दुलदुलवा गांव को अवैध शराब की गिरफ्त से बाहर निकालने में ईमानदारी से प्रयास करें।

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