महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी
महिलाओं में कैंसर के प्रति जागरूकता जरूरी है। सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में आम हैं। समय पर इलाज न मिलने से कई महिलाएं जान गंवाती हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग जागरूकता...

गढ़वा, प्रतिनिधि। महिलाओं में कैंसर को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है। महिलाओं में दो तरह के कैंसर सबसे अधिक देखे जाते हैं। उनमें पहला सर्वाइकल कैंसर (बच्चे दानी का कैंसर) और दूसरा ब्रेस्ट कैंसर। दोनों ही तरह के कैंसर की स्थिति में अधिसंख्य केस में देखा गया है कि महिलाएं समय पर इलाज नहीं ले पाती है। नजीता यह होता है कि बीमारी काफी बढ़ जाती है। जागरूकता लाकर महिलाओं से कैंसर से होने वाले खतरे से बचाया जा सकता है। चिकित्सकों ने कहा क बिगड़ती लाइफस्टाइल और खानपान में लापरवाही की वजह से इन दिनों लोग कई स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज, बीपी जैसी बीमारियां आजकल काफी आम हो चुकी है। हमारे आसपास लगभग हर कोई इस समस्या से परेशान है। कैंसर भी इन्हीं गंभीर बीमारियों में से एक है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित हैं। यह मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है।
महिला चिकित्स डॉ माहेरू यामानी ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर महामारी की तरह बढ़ता जा रहा है। देश में कैंसर पीड़ित महिलाओं में 30 प्रतिशत सर्वाइकल कैंसर से ग्रसित हैं। काफी महिलाओं की मौत सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर से हो रही है। एसके प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। बीमारी से पहले ही शरीर में परिवर्तन आने लगते हैं। छोटी से छोटी समस्या होने पर भी डॉक्टर को दिखाना चाहिए। उन्होंने बताया कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए अब वैक्सीन भी आ गई है। नौ से चालीस उम्र की महिला को वैक्सीन लगाकर इस बीमारी से 80 प्रतिशत तक बचाया जा सकता है। यह वैक्सीन जितनी कम उम्र में लगाई जाएगी उसका असर उतना ही ज्यादा होगा। कैंसर को लेकर समाज में पर्याप्त जागरुकता आ रही है। उसके बावजूद सर्वाइकल कैंसर या गर्भाशय के कैंसर के रोकथाम को लेकर कोई खास चर्चा नहीं हो रही है। एक मोटे अनुमान के मुताबिक हर साल लगभग 70 हजार महिलाएं सर्वाइकल कैंसर की वजह से अपनी जान गंवाती हैं। ब्रेस्ट कैंसर के बाद महिलाओं की जान लेना वाला यह दूसरा सबसे प्रमुख कैंसर है। इस कैंसर का फिलहाल कोई इलाज नहीं खोजा जा सका है। इसकी रोकथाम और बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन जरूर मौजूद है। जरूरत है कि इस कैंसर से बचने के लिए हर कदम उठाया जाए। उधर सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने बताया कि सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। उसके तहत महिलाओं की जांच और उन्हें समुचित सलाह भी दिया जा रहा है। जिले में युद्ध स्तर पर स्वास्थ्य और उप स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ नर्स के माध्यम से स्कैनिंग कराया जा रहा है। स्क्रीनिंग के दौरान महिलाओं में दोनों ही तरह के लक्षण मिलने पर तुरंत हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है।
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