सद्गुरु की भक्ति ही प्रभु की अनन्य भक्ति है: गुलाब
श्रीबंशीधर नगर, प्रतिनिधि। प्रखंड के जासा गांव स्थित गुलाब राम चंद्रवंशी के आवास पर श्री सदगुरू सदाफल देव जी महाराज के अनुयायियों द्वारा मासिक सत्संग
श्रीबंशीधर नगर, प्रतिनिधि प्रखंड के जासा गांव स्थित गुलाब राम चंद्रवंशी के आवास पर श्री सदगुरू सदाफल देव जी महाराज के अनुयायियों द्वारा मासिक सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग की शुरूआत स्वागत गान, मंगल गान, प्रार्थना व स्वरवेद भाष्य के बाद अखंड दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। सत्संग में चर्चा करते हुये गुलाब राम चंद्रवंशी ने कहा कि सद्गुरु के शरण में ही सुमिरन, भजन होता है। स्वतंत्र मनमुखि होने पर जीव मोह कर्म बंधन में फंसकर आध्यात्मिक जीवन से गिर जाता है। उसके सभी मनमुखि कार्य मन माया के अंदर होते हैं। इसलिये स्वतंत्र गामी व्यक्ति को सुख शांति की प्राप्ति नहीं होती है। उन्होंने कहा कि सद्गुरु की भक्ति ही प्रभु की अनन्य भक्ति है। जीवों की भक्ति से आत्मा का पतन होता है। जड़ माया की भक्ति से घोर अंधकार में जीव का पतन हो जाता है। उन्होंने कहा कि सद्गुरु ब्रह्म स्वरूप है। इसलिये सद्गुरु की भक्ति परब्रह्म की भक्ति है। उन्हीं के द्वारा परब्रह्म, परमपुरुष की प्राप्ति और जीवन मुक्ति होती है। इस अवसर पर शंभू प्रसाद, रूपा देवी, मंजू देवी, ओंकार गुप्ता, विद्या प्रसाद यादव, रविंद्र कुमार, सुनील गुप्ता, शालिनी जायसवाल, चांदनी कुमारी, ऋषि कुमार, जगनारायण सिंह, अंजनी भारती, फूला देवी सहित बड़ी संख्या में गुरु भाई बहन उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।