मंईयां सम्मान योजना का खुला फर्जीवाड़ा, 94 आवेदन में एक ही बैंक डिटेल; जानिए और कैसे हुई धांधली
- बोकारो की डीसी विजया जाधव ने वैरिफिकेशन के दौरान पाया कि जिले के अलग-अलग प्रखंड के 94 आवेदन में एक ही बैंक का डिटेल था। जानिए पूरी डिटेल।
झारखंड सरकार द्वारा चलाई गई मंईयां सम्मान योजना में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस बार कई आवेदन में एक ही अकाउंट लगे होने की बात सामने आई है। बोकारो की डीसी विजया जाधव ने वैरिफिकेशन के दौरान पाया कि जिले के अलग-अलग प्रखंड के 94 आवेदन में एक ही बैंक का डिटेल था। यह खाता बंगाल की सुफनी खातून के नाम से रजिस्टर है। सभी फॉर्म पलामू और बिहार के किसनगंज से भरे गए थे। जानिए और किस तरह से योजना में धांधली हो रही है।
इन तरीकों से भी हो रही धांधली
डीसी विजया ने बताया कि हमने वैरिफिकेशन के दौरान कई तरह के खुलासे हुए हैं। जैसे एक ही बैंक अकाउंट से बहुत सारे आवेदकों ने आवेदन किया है, एक ही आधार नंबर कई लोगों ने दिया है, एक ही आवेदक ने कई ब्लॉक से आवेदन दिया है। कई ऐसे राशन कार्ड पाए गए, जो वास्तव में हैं ही नहीं। उन्होंने बताया कि कई घोस्ट आवेदक(जो असल दुनिया में हैं ही नहीं) भी सामने आए।
94 आवेदन में एक ही बैंक डिटेल
एक ही बैंक अकाउंट का कई खातों में इस्तेमाल होने की भी बात भी सामने आई है। डीसी ने बताया कि जिले के अलग-अलग प्रखंड के 94 आवेदन में एक ही बैंक का डिटेल था। इसके बारे में डिटेल से बताया। 49 बार चंदनकैरी में, 20 बार कसमार में, 12 बार बेरमों में, 7 बार गोमिया में, इस तरह उन्होंने पूरी जानकारी दी।
राशन कार्ड से भी हुई धांधली
बोकारो जिले के राशन कार्ड के नंबर 20 से शुरू होते हैं। मगर इन सभी अकाउंट के नंबर 00 से शुरू होते हैं। अधिकारी ने बताया कि इन सभी अकाउंट को बाकायदा जिला पदाधिकारी से वैरीफाई कराया गया है। मगर ये कोई भी राशन कार्ड अस्तित्व में नही हैं। केवल दो-तीन सरनेम का इस्तेमाल किया गया है, जैसे मुर्मू, हसदा। इस तरह से सरनेम लगाए गए हैं और एक ही साथ ढेर सारे आवेदन दिए गए हैं।
एफआईआर दर्ज करने का दिया आदेश
अधिकारी ने बताया कि ये पूरी तरह से धोखाधड़ी का मामला है। इसमें फर्जी दस्तावेज तैयार किये गए हैं। इस तरह धोखाधड़ी करके सरकारी लाभ लेने की कोशिश की गई है। अधिकारी ने बताया कि हमने सबके विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया है।