विश्वविद्यालय में शिक्षकेतर कर्मियों की हड़ताल सह तालाबंदी कार्यक्रम 15वां दिन जारी रहा
दुमका के सिदो कान्ह मुर्मू विश्वविद्यालय में शिक्षकेतर कर्मियों की हड़ताल 15वें दिन भी जारी है। कर्मचारियों ने सातवें वेतनमान, एसीपी और एमएसीपी की मांग की है। महासचिव नेतलाल मिर्धा ने कहा कि...
दुमका। सिदो कान्ह मुर्मू विश्वविद्यालय में सातवें वेतनमान, एसीपी व एमएसीपी की भुगतान की मांग को लेकर विश्वविद्यालय में शिक्षकेतर कर्मियों की हड़ताल सह तालाबंदी कार्यक्रम 15वें दिन जारी रहा। विश्वविद्यालय मुख्यालय सहित सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के मुख्य द्वार पर ताला जड़ा रहा एवं सभी कार्यों को पूरी तरह ठप कर दिया गया। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता संघ के महासचिव नेतलाल मिर्धा ने किया। महासचिव नेतलाल मिर्धा ने कहा की सातवां वेतन एवं विभिन्न मांगों को लेकर हम लोग विश्वविद्यालय में चरणबद्ध आंदोलन का कार्यक्रम किए थे। विश्वविद्यालय द्वारा बहुत सारा आश्वासन, समझौता भी मिला पर नतीजा कुछ भी नहीं निकला। विश्वविद्यालय द्वारा कहा गया कि 30 अगस्त तक आपका सारा समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। समाधान तो नहीं हुआ उल्टा हमारे वेतन से कटौती कर दी गई। हम सभी शिक्षकेतर कर्मी वेतनमान, एसीपी व एमएसीपी की भुगतान की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। कहा की एक ओर कर्मचारी पिछले 9 वर्षों से लंबित सातवें वेतन की मांग कर रहे हैं वहीं इनके जायज मांगों को नजरअंदाज करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन उत्तरपुस्तिकाओं के जांच में जुटी है। महासंघ के महासचिव नेतलाल मिर्धा ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में बिना सातवां वेतन लिए हड़ताल समाप्त नहीं होगा। संघ के अध्यक्ष परिमल कुंदन ने कहा की वर्ष 2016 से देय सातवें वेतनमान से हम अब तक वंचित है। जहाँ एक ओर विश्वविद्यालय प्रशासन को हम शिक्षकेत्तर कर्मियों को सातवें वेतनमान में वेतन भुगतान के प्रति सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए इसके विपरीत हमारे वेतन से कटौती में सक्रियता प्रदर्शित की गई। संघ के अध्यक्ष परिमल कुंदन ने कहा की सातवें वेतनमान प्राप्त करने के बाद ही हड़ताल एवं तालाबंदी कार्यक्रम से हटेंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।