झारखंड बंद को लेकर विपक्ष और प्रशासन तैयार
भूमि अधिग्रहण संशोधन कानून के खिलाफ संयुक्त विपक्ष ने 5 जुलाई को झारखंड बंद बुलाया है। संताल परगना में बंद को सफल बनाने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट है। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन,नेता प्रतिपक्ष हेमंत...
भूमि अधिग्रहण संशोधन कानून के खिलाफ संयुक्त विपक्ष ने 5 जुलाई को झारखंड बंद बुलाया है। संताल परगना में बंद को सफल बनाने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट है। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन,नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन और झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी संताल परगना का दौरा कर चुके हैं। कांग्रेस,राजद और वाम दलों ने भी बंद को सफल बनाने की अपनी-अपनी रणनीति बनाई है। बंद को लेकर सरकार का तेवर तल्ख है। जिला प्रशासन ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को एसडीओ ने थानेदारों के साथ बैठक कर बंद से सख्ती से निपटने का आदेश जारी किया वहीं बंद समर्थक दलों के साथ बैठक कर विपक्षी दलों के नेताओं से बंद को शांतिपूर्ण रखने की अपील की गई। संताल परगना में भूमि अधिग्रहण संशोधन कानून के विरोध में 5 जुलाई के बंद को सफल बनाने के लिए दुमका सहित संताल परगना के जिलों में सभी विपक्षी दलों के बीच समन्वय बनाकर काम किया जा रहा है। दुमका में झामुमो विधायक नलिन सोरेन के नेतृत्व में कई दौर की बैठक हुई है जिसमें कांग्रेस,झाविमो,राजद और वाम दलों के स्थानीय नेताओं ने शिरकत की। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह ने कहा कि हमारी तैयारी प्रखंड स्तर तक है। विपक्ष की रणनीति पर पूछे जाने पर विजय कुमार सिंह ने कहा कि बंद शांतिपूर्ण रहेगा पर पूर्णत: सफल रहेगा। शिबू सोरेन भूमि अधिग्रहण कानून में किसी भी संशोधन को गैर-जरूरी बता रहे हैं। पूछे जाने पर शिबू का कहना है झारखंड में सीएनटी और एसपीटी एक्ट है तो भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन को जनता क्यों मानेगी।
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