बाबा बैद्यनाथ की तर्ज पर बासुकीनाथ मंदिर में भी स्पर्श पूजा की मांग हुई तेज
पंडा समाज ने कहा दोनों मंदिर एक ही श्राइन बोर्ड के अधीन, फिर बासुकीनाथ में दूसरे दर्जे की व्यवस्था...
बाबा बैद्यनाथ की तर्ज पर बासुकीनाथ मंदिर में भी स्पर्श पूजा की मांग हुई तेज
जरमुंडी प्रतिनिधि
वैश्विक महामारी कोरोना कॉविड-19 के संकट को लेकर बाबा बासुकीनाथ मंदिर और बाबा बैद्यनाथ मंदिर को एक साथ पूर्ण लॉकडाउन किया गया था। कोरोना संकट को लेकर सरकार के गाइडलाइन के अनुसार दोनों प्रसिद्ध मंदिरों में स्पर्श पूजा पर रोक लगाई गई थी। गत मंगलवार को स्थानीय तीर्थ पुरोहितों के शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के बाद बाबा बैद्यनाथ मंदिर में स्पर्श पूजा पर लगी रोक हटा ली गई है। मंदिर में लगा अरघा हटा लिया गया। तीर्थ पुरोहितों के शांतिपूर्ण हस्तक्षेप से पिछले 10 महीने के बाद बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आम श्रद्धालुओं ने स्पर्श पूजा की शुरुआत की। देवघर मंदिर में स्पर्श पूजा की शुरुआत होने के बाद अब बासुकीनाथ में भी स्पर्श पूजा की मांग तेज हो गई है। इस संदर्भ में स्थानीय पंडा समाज ने रोष जताते हुए मंदिर प्रशासन पर श्रद्धालु और पंडा हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। पंडा समाज ने बुधवार को कहा कि जब बाबा बैद्यनाथ मंदिर और बाबा बासुकीनाथ मंदिर एक ही श्राइन बोर्ड के अंतर्गत आता है तो देवघर बाबा मंदिर की व्यवस्था की तर्ज पर एक साथ बासुकीनाथ मंदिर में समानांतर व्यवस्था लागू क्यों नहीं होती है। पंडा समाज ने मंदिर प्रशासन द्वारा मंदिर की व्यवस्था को सौतेला व्यवहार का आरोप लगाया है।
क्या कहता है पंडा समाज
देवघर बाबा मंदिर की तर्ज पर बासुकीनाथ में भी स्पर्श पूजा की शुरुआत अविलंब की जानी चाहिए। एक ही श्राइन बोर्ड के अधीनस्थ दोनों प्रसिद्ध मंदिरों की व्यवस्था में सौतेला व्यवहार अपनाया जा रहा है। इस संदर्भ में राज्य सरकार से हस्तक्षेप करते हुए श्राइन बोर्ड और दोनों प्रसिद्ध मंदिरों की व्यवस्था में एकरूपता के साथ समान व्यवस्था करने की मांग की।
हेमकांत गिरी,बासुकीनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहित पंडा
बासुकीनाथ मंदिर में देवघर बाबा मंदिर की तरह समान व्यवस्था लागू होनी चाहिए। बासुकीनाथ मंदिर प्रशासन के साथ बैठकर सकारात्मक निदान के लिए पहल करने की बात कही।
मनोज पंडा,अध्यक्ष, पंडा धर्म रक्षिणी महासभा,बासुकीनाथ
देवघर की तरह बासुकीनाथ मंदिर मे भी स्पर्श पूजा की शुरुआत के लिए आवश्यक पहल की जाएगी। बासुकीनाथ मंदिर की व्यवस्था देवघर बाबा मंदिर के समरूप की जाए। राज्य सरकार को हस्तक्षेप कर अविलंब बासुकीनाथ में स्पर्श पूजा शुरु करानी चाहिए।
संजय झा,महामंत्री बासुकीनाथ
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