लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही, BJP को विशेष छूट है क्या? किस बात पर भड़के CM हेमंत सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा की ओर से छाया अकाउंट के जरिए उनके और उनकी सरकार के खिलाफ सांप्रदायिक व विभाजनकारी सामग्री का प्रसार करने की रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चुनाव आयोग से पूछा है कि क्या भाजपा को विशेष छूट है?
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा की ओर से छाया अकाउंट के जरिए उनके और उनकी सरकार के खिलाफ सांप्रदायिक व विभाजनकारी सामग्री का प्रसार करने की रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चुनाव आयोग से सवाल किया है कि क्या भाजपा को लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने की विशेष छूट है? आखिर आयोग कैसे नफरत फैलाने वालो पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है? उनकी छवि बिगाड़ने की कोशिशों में भाजपा सोशल मीडिया पर करोड़ों रुपये फूंक रही है।
सीएम ने कहा कि युवाओं को बरगलाने के लिए भाजपा ने अलग से करोड़ों रुपये खर्च कर कोचिंग माफिया को जन्म दिया है। इनका काम है सिर्फ झूठ परोसना, परीक्षाएं लटकाना है। अब वे दूसरे राज्यों से लोग लाकर झारखंड में उनके खिलाफ नकारात्मक माहौल बनाने में लगे हुए हैं। वह अपने काम को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। भाजपा सरकार के सभी कुकृत्यों को पीछे छोड़ हर वो काम किया जो वो कभी सोच भी नहीं पाए। और आगे युवाओं के मुद्दे पर वो कार्य करेंगे जो हर एक झारखंडी के हित में होगा।
भाजपा से सवाल
● क्यों पांच साल में सरकारीकर्मियों को ओल्ड पेंशन स्कीम नहीं दी गई
● क्यों झारखंड की बिजली बांग्लादेश में बेची गई
● क्यों सेविका,सहिया, पारा शिक्षकों पर लाठियां बरसायी गईं
● क्यों बच्चियों की पढ़ाई के लिए योजना नहीं लाई गई
● क्यों मंईयां सम्मान योजना नहीं लाई गई, बिजली बिल बढ़ाया
भाजपा में हिम्मत है तो सामने से लड़े
हेमंत ने कहा है कि भाजपा ने षड्यंत्रों और पीठ पीछे से छुपकर वार करने वाली कहावत को अपने आचरण से चरितार्थ किया है। भाजपा में अगर हिम्मत है तो सामने से लड़े। कायर अंग्रेजों की तरह लगातार पीछे से वार क्यों? कभी ईडी, सीबीआई, कभी कोई एजेंसी। अब अरबों खर्च कर दिए मेरी छवि बिगाड़ने में। 11 साल से केंद्र में भाजपा सरकार है। पांच साल झारखंड में भी रह चुकी है। रघुवर सरकार के पांच साल में सिर्फ हाथी क्यों उड़ाया? 13000 स्कूल बंद किए? 11 लाख राशन कार्ड रद्द किए? जेपीएससी परीक्षा नहीं हुई ? वृद्धा/विधवा पेंशन न बढ़ी और ना मिली? भूख से कई मौतें हुईं? जनता भाजपा से इनके जवाब मांग रही है।