रहमत, बरकत और मगफिरत का माह-ए-रमजान शुरू
धनबाद में रमजान का पहला रोजा रखा गया। सहरी से दिन की शुरुआत हुई और 13 घंटे बाद इफ्तार किया गया। जामा मस्जिद के इमाम ने बताया कि रमजान रहमत और बरकत का महीना है, जिसमें इबादत का सवाब अन्य महीनों से 70...

धनबाद, वरीय संवाददाता माह-ए-रमजान के मुबारक महीने का पहला रोजा रखा गया। रमजान के पहले दिन का आगाज रविवार को सहरी के साथ हुआ। दिन भर रोजा रखा इबादत की और 13 घंटे बाद शाम को तय समय पर इफ्तार किया।
जामा मस्जिद के इमाम निजामुद्दीन बताते हैं कि रमजान रहमतों बरकतों और मगफिरत का महीना है। इस माह की इबादत का सवाब दूसरे महीनों से 70 गुणा ज्यादा मिलता है। इसलिए इस माह में ज्यादा से ज्यादा रोजा के साथ नमाज और तारावीह की नमाज का एहतमाम करें। रोजा को लेकर बड़े के साथ बच्चे भी उत्साहित हैं। कई बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने इस साल पहला रोजा रखा तो कई पिछले दो साल से रोजा रख रहे हैं। रोजा रखकर लोगों ने पांचों वक्त सजदा कर दुआ मांगी। माह-ए-रमजान इस्लाम में 12 महीनों में सबसे खास माना जाता है। इसमें हर बालिग के ऊपर रोजा रखना फर्ज है, लेकिन छोटे बच्चे भी रब को राजी करने के लिए पीछे नहीं हैं। निजामुद्दीन बताते हैं इफ्तार का समय ऐसा होना चाहिए कि अजान से पांच मिनट पहले ही इफ्तार खत्म हो जाना चाहिए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।