Hindi NewsJharkhand NewsDhanbad NewsRajmahal Coal Region Shows Improvement with 9 Million Ton Production in 2023

अब पटरी पर राजमहल कोयला क्षेत्र

धनबाद के राजमहल कोयला क्षेत्र ने दिसंबर 2023 तक 9 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादन किया है। पिछले वर्षों में खराब प्रदर्शन के बाद, 2024-25 के लिए 15.5 मिलियन टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हाल के...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादSun, 5 Jan 2025 02:41 AM
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धनबाद, विशेष संवाददाता। संताल परगना स्थित ईसीएल का राजमहल कोयला क्षेत्र अब पटरी पर लौट रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में दिसंबर तक उक्त एरिया ने नौ मिलियन टन से ज्यादा कोयला उत्पादन कर लिया है। कई सालों से राजमहल कोयला क्षेत्र का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। 2024-25 में राजमहल कोयला क्षेत्र के प्रदर्शन में काफी सुधार है। राजमहल कोयला क्षेत्र को वित्तीय वर्ष में 2024-25 में 15. 5 मिलियन टन का लक्ष्य मिला है। दिसंबर तक नौ मिलियन टन के आंकड़े को पार करना संतोषजनक है। वैसे लक्ष्य हासिल करने के लिए बचे तीन महीने में राजमहल कोयला क्षेत्र को हर महीने लगभग दो मिलियन टन कोयला उत्पादन करना होगा। पिछले कई महीनों से यह एरिया लक्ष्य का 90 प्रतिशत तक कोयला उत्पादन करने में सफल रहा है। राजमहल कोयला क्षेत्र देश के टॉप-35 खदानों की लिस्ट में शामिल है। इसलिए राजमहल कोयला क्षेत्र की स्थित में सुधार ईसीएल के लिए बेहतर संकेत है। मालूम हो कि भूमि विवाद सहित कई कारणों से राजमहल कोयला क्षेत्र पिछले तीन वित्तीय वर्ष से लक्ष्य से पिछड़ता रहा है। वहीं टॉप 35 खदानों में शामिल बीसीसीएल का एकीकृत केशलपुर वेस्ट मुदीडीह ओसीएम पिछड़ गया है। उक्त खदान का प्रदर्शन बेहद निराशजनक है। लक्ष्य का 56 प्रतिशत ही उत्पादन करने में सफल हुई है। सालाना लक्ष्य 4.8 मिलियन टन है, लेकिन उक्त खदान दिसंबर तक बमुश्किल दो मिलियन टन तक ही पहुंच सकी है। झारखंड स्थित देश की टॉप 35 खदानों में बेहतर प्रदर्शन करने वाली खदानों में बीसीसीएल की एकीकृत मुराईडीह-फुलारीटांड़ ओसीएम, सीसीएल की आम्रपाली, मगध और अशोका है। सीसीएल की एकीकृत कोनार खासमहल भी लक्ष्य से काफी पीछे है।

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