सुदामडीह में जंगल से निकलकर शहर में आया मोर
झरिया में आउटसोर्सिंग कंपनियों के कारण लाखों पेड़ों की कटाई हुई है, जिससे मोर आबादी के बीच पहुंच गया। सुदामडीह में एक युवक ने भटकते मोर को पकड़ा और पुलिस को सौंपा। वन विभाग ने मोर को सुरक्षित जंगल में...

धनबाद, प्रमुख संवाददाता झरिया में आउटसोर्सिंग कंपनियों को खनन के लिए लाखों पेड़ों की कुर्बानी दे दी गई। इन जंगलों के बीच छिपकर रहने वाला देश का राष्ट्रीय पक्षी मोर जंगलों से निकल कर अब आबादी के बीच पहुंच जा रहा है। एक ऐसा ही मामला झरिया के सुदामडीह में आया है, जहां सड़क पर मोर को भटकता हुआ देख एक युवक ने इसे पकड़ कर सुदामडीह थाना को सौंप दिया। सुदामडीह थाने की सूचना पर वन विभाग ने इसे अपने कब्जे में लेकर जंगल में छोड़ दिया। धनबाद के टुंडी-तोपचांची इलाके के जंगलों में कई मोर मौजूद हैं, लेकिन शहरी क्षेत्र में मोर के निकलने की घटना पहली बार देखने को मिली।
सुदामडीह में भटकते हुए मोर की सूचना पर थाना की टीम ने उसे अपने कब्जे ले लिया। कोयरीबांध के रहनेवाले एनिमल रेस्क्यू एक्सपर्ट मंतोष स्वर्णकार को थाना बुलाकर उसे मोर को सौंपते हुए उसे वन विभाग कार्यालय पहुंचाने का निर्देश दिया गया। मंतोष ने बताया कि मोर छोटा था और पूरी तरह से स्वस्थ था। मंतोष ने मोर को लेकर जाकर वन विभाग को सौंप दिया। धनबाद के डीएफओ विकास पालीवाल ने बताया कि सुदामडीह थाने से मोर के मिलने की सूचना मिली थी। वन विभाग ने मोर को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। डीएफओ ने कहा कि धनबाद के ग्रामीण इलाकों में मोर देखे जाते हैं लेकिन पहली बार झरिया जैसे क्षेत्र में मोर पाया गया है।
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