पराए आंसुओं से आंख को नम कर रहा हूं: कुमार विश्वास
मेरी प्रेमिका है झूठ बोलने में खिलाड़ी, लगता है बड़ी होकर विधायक बनेगी वो-कवि डॉ

कतरास/बाघमारा/बरोरा। कवि कुमार विश्वास ने अपने सायराना आवाज में कहा कि पराए आंसुओं से आंख को नम कर रहा हूं, मैं भरोसा आज कल खुद पर भी कुछ कम कर रहा हूं, मैं बड़ी मुश्किल से जागी थी जमाने की निगाहों में, उसी उम्मीद के मरने का मातम कर रहा हूं मै। यह सुनते ही चिटाहीधाम में उपस्थित श्रोताओं की भीड़ ने जय श्रीराम के नारे लगाए और जमकर तालियां बजाया। पुरानी दोस्ती को इस नई ताकत से मत तोलो, ये संबंधों की तुरपाई है षडयंपरो से मत खोलो, मेरे लहजों की छैनी से गड़े कुछ देवता जो तब, मेरे लफ्जो पे मरते थे, वे अब कहते हैं मत बोलो....., सियासत मैं तेरा खोया या पाया हो नहीं सकता, तेरी शर्तों पे गायब या नुमाया हो नहीं सकता, भले साज़िश से गहरे दफ़्न मुझ को कर भी दो पर मैं, सृजन का बीज हूँ मिट्टी में ज़ाया हो नहीं सकता.., गीत सुनकर रात भर श्रोता ठंड भरे इस मौसम में जमे रहे। डॉ. कुमार विश्वास के कविता में दिल्ली के चुनाव परिणाम भी छाया रहा। डॉ. कुमार विश्वास ने पुरानी और नई कविताओं का बेहतरीन मिश्रण प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कुमार विश्वास ने कविता मैं अपने गीत-गजलों से पैगाम करता हूं, उसकी दी हुई दौलत उसी के नाम करता हूं...., कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है, मगर धरती की लड़ाई को बस बादल समझता है.....सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावे डॉ कुशल कुशलेन्द्र ने अपने तीखे राजनीतिक कटाक्षों और मजकिया टिप्पणियों में मेरी प्रेमिका है झूठ बोलने में खिलाड़ी, लगता है बड़ी होकर विधायक बनेगी वो। केजरीवाल की आप और कांग्रेस पर अपनी कविता में जमकर कटाक्ष किया। कवि प्रीति पांडेय ने वहीं मन के शरहदों को घूम लेती हूं, इन हवाओं में झूम लेती हूं… अपनी प्रस्तुति से लोगों का दिल जीत लिया। सुदीप भोला ने केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ऊपर मोदी का मकान, नीचे झारू की दुकान....कविता पाठ की। आगे कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली में कई जगह फिर आएंगे केजरीवाल का पोस्टर लगा हुआ था, इसी तरह का एक पोस्टर तिहाड़ जेल के बाहर भी लगा हुआ है। आगे कहा कि जहां खुदा वहीं भगवान है, यकीन नहीं तो खोदो भगवान मिल जाएगा। अनंत महेंद्र ने कहा कि मैं कौन बनेगा करोड़पति में गया था। वहां अमिताभ बच्चन जी ने पूछा कि आप कितनी भाषा जानते हैं। मैने कहा कि जोगी जी सभी भाषा जानते हैं, जो जिस भाषा में समझता है, उसे उसी भाषा में समझाते हैं।
झलकियां
कुमार विश्वास जितने देर तक काव्य पाठ किया, श्रोता जय श्रीराम का जयकारा लगाते रहे।
कई श्रोता कुमार विश्वास को बारूद कह कर संबोधित करते देखे गए।
मजकिया भरे लहजे में कुमार विश्वास ने कहा कहा कि 8 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ।
12 बजने को है, जीतने श्रोता कार्यक्रम के शुभारम्भ आठ बजे उपस्थित थे, उतने श्रोता अभी भी बैठे हुए हैं, सांसद जी डबल पेमेंन्ट बनता है।
आज तक मैने किसी कार्यक्रम में भगवा रंग की कुर्शी नहीं देखी पहली बार यहां मैने देखा।
डॉ कुमार विश्वास समेत जाने-माने कवियों ने मंच की शोभा बढ़ाई
बाघमारा/बरोरा/हरिणा, प्रतिनिधि।
चिटाही धाम के रामराज मंदिर में आयोजित श्रीराम महायज्ञ के पांचवे दिन शनिवार की शाम आकर्षक शाम देखने को मिली, जहां शानदार कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। देशभक्ति की भावना, दिल को छू लेने वाली रोमांटिक कविता और गुदगुदाने वाले व्यंग्य से भरपूर इस कार्यक्रम ने देर रात तक दर्शकों को बांधे रखा। डॉ कुमार विश्वास समेत जाने-माने कवियों ने मंच की शोभा बढ़ाई और उपस्थित दर्शकों के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। डॉ विश्वास सबसे पहले अपने कवियों के टीम के साथ चिटाही धाम के रामराज मंदिर पहुंचे और सांसद ढुलू और विधायक शत्रुघ्न के साथ रामराज मंदिर में दर्शन व पूजन की। दर्शन उपरांत उन्होंने धनबाद सांसद की धर्म कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि रामराज मंदिर दिव्य मंदिर है। यहां आकर मुझे बहुत ही खुशी और मन को शांति मिल रही है। प्रयागराज की तरह ही यहां भी कुंभ सा नजारा है। मैं यहां बहुत जल्द सात दिनों के लिए रामकथा करने आऊंगा। मेरी बातों पर विश्वास करो, मैं कवि हूं, कोई नेता नहीं है।
बॉक्स
डॉ कुमार विश्वास ने सनातन धर्म को लेकर कहा कि मीडिया या नेता धर्म के बारें में बोलने से कतराते है, परंतु मैं कवि हूं बोलने की स्वतंत्रता हैं। कवि नहीं बोलेगा तो कौन बोलेगा। अभी तो प्रभु राम लाला कि मंदिर बनी है। कन्हैया चाह लेंगे तो मथुरा में कृष्ण कन्हैया का भभ्य मंदिर भी बनेगा। इतिहास गवाह है कि कही भी किसी धार्मिक स्थल को तोड़कर मंदिर या गुरुद्वारा नहीं बनी है। कृष्ण कन्हैया ने प्रेम के लिए पांचो अंगुली से बंशी बजाई परंतु दुष्टों के संहार के लिए मात्र एक अंगुली से चक्र चला कर उनका नाश कर दिया।
मंच पर ये थे उपस्थित
भाजपा के विधायक और सांसद से पहले मिलो पता नहीं कब कौन मुख्यमंत्री बन जाए। दिल्ली जीत लिया लेकिन कौन मुख्यमंत्री बनेगा,ये किसी को भी नहीं मालूम है। मंच पर धनबाद सांसद ढुलू महतो व सावित्री देवी ने सामूहिक रूप से डॉ कुमार विश्वास को रामराज मंदिर का मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया। बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो, झरिया विधायक रागिनीं सिंह, बरकट्ठा विधायक अमित यादव, जमुआ विधायक मंजू सिंह, ब्रहम्म ऋषि समाज के जिला अध्यक्ष सुरेश चौधरी, लेबर कमिश्नर परवीन कुमार, एसबीआई के रिजनल डायरेक्टर समेत दर्जनों गणमान्य लोगों ने डॉ कुमार विश्वास समेत उनके टीम शामिल में सभी कवियों को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
चित्र परिचय-8 कतरास 18 मंच पर कविता प्रस्तुत करते डॉ कुमार विश्वास
8 कतरास 19 मंच पर कविता प्रस्तुत करते कवि डॉ कुशलेन्द्र
8 कतरास 20 कवि प्रीति पांडेय
8 कतरास 21 कवि सुदीप भोला
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