एक साल पहले पूरी होनी थी योजना, अब तक पाइप भी नहीं बिछी
कतरास में अमृत योजना टू के तहत 166 करोड़ की लागत से चल रही पानी सप्लाई योजना मार्च 2024 में पूरी होनी थी, लेकिन काम अधूरा है। 19 जोन में से 11 टंकी बनी हैं, जबकि 8 टंकी का निर्माण धीमी गति से हो रहा...

कतरास, प्रतिनिधि अमृत योजना टू के तहत 166 करोड़ की लागत से वार्ड 1 से लेकर 13 तक श्रीराम ईपीसी कंपनी की ओर से चल रही योजना मार्च 2024 में ही पूरी होनी थी। अभी भी टंकी निर्माण सहित पाइपलाइन का काम अधूरा है। 19 जोन में 11 टंकी पूर्व से बनी हुई है, जिससे पानी सप्लाई जारी है। फिलहाल 8 टंकी का निर्माण एवं पाइपलाइन बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है।
पाइपलाइन को जगह-जगह जोड़ा नहीं गया है। बता दें कि वाटर सप्लाई स्कीम धनबाद नगर निगम के तहत शुरू किया गया था। वार्ड 1 से 13 तक में आठ टंकी का निर्माण किया जाना है एवं क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाने के बाद घर-घर पानी सप्लाई कनेक्शन नि:शुल्क लगाना है। श्रीराम ईपीसी कंपनी द्वारा 2019 में अमृत योजना टू के तहत पानी टंकी बनाने एवं पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया गया था। 31 मार्च 2024 को कार्य को पूरा कर लेना था, लेकिन आज तक पूरा नहीं हो सका है। बताया गया कि इधर एक माह से भुगतान मुद्दे के कारण पानी टंकी बनाने का काम बंद पड़ा है। इसके अलावा कतरास वार्ड एक में कुछ इलाके में जलापूर्ति हो रही है तो कुछ इलाके में में नहीं। सड़क क्रॉसिंग कर पाइप लाइन जोड़ने का काम नहीं किया गया है। इसी तरह अन्य जगहों पर भी पाइप लाइन पूरी तरह से नहीं बिछाया गया है।
आठ में से सात टंकी का हो रहा है निर्माण
छाताबाद मस्जिद के पास जमीन संबंधी विवाद के कारण पानी टंकी का निर्माण नहीं हो सका है। कतरास लिलौरी मंदिर पार्क के पास एक टंकी, कतरास सिनेमा हॉल के पास एक टंकी, तेतुलमारी में एक टंकी, गड़ेरिया में बांसजोड़ा स्टेशन के आगे एक टंकी एवं गोधर में एक स्थान पर तीन टंकी बन रही है।
केसिंग पाइप हमारे टेंडर में नहीं था। टेंडर से बाहर का काम है। स्वीकृति के लिए फाइल रांची भेजी गई है। लगभग 20 करोड़ का अतिरिक्त खर्च है। इसका टेंडर में जिक्र नहीं था। स्वीकृति के बाद श्यामडीह, राहुल चौक, भटमुरना चौक समेत रेलवे क्रासिंग के पास पाइप जोड़ने का काम किया जाएगा।
शाहिद, इंजीनियर, श्रीराम ईपीसी
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।