सीनियर वकील जूनियर को सिखाएं पेशे की नैतिकता : जस्टिस
धनबाद में हाईकोर्ट के जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय ने कहा कि वकालत में नैतिकता और शिष्टाचार का पालन सभी अधिवक्ताओं की जिम्मेदारी है। उन्होंने नए भवन के उद्घाटन समारोह में सीनियर अधिवक्ताओं की भूमिका पर जोर...
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धनबाद, मुख्य संवाददाता वकालत के पेशे में नैतिकता और शिष्टाचार का विशेष महत्व है। अक्सर यह धारणा बना ली जाती है कि केवल जूनियर ही इन सिद्धांतों का पालन करने के लिए जिम्मेदार होते हैं, जबकि वास्तव में सीनियर अधिवक्ताओं की भी उतनी ही भूमिका होती है। वकालत के पेशे में सीनियर अधिवक्ताओं की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे नए और युवा अधिवक्ताओं को पेशे के नैतिक मूल्यों को सिखाएं। उक्त बातें हाईकोर्ट के जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय ने कहीं। वे शनिवार की सुबह धनबाद बार एसोसिएशन के नए भवन का उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे।
रंगन मुखोपाध्याय के साथ स्व. न्यायमूर्ति एसबी सिन्हा की धर्मपत्नी उत्पला सिन्हा ने बार एसोसिएशन के नए भवन व जस्टिस एसबी सिन्हा द्वार का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता झारखंड उच्च न्यायालय इंद्रजीत सिन्हा, धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय तौफीकुल हसन, लेबर जज प्रेमलता त्रिपाठी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र सहाय, महासचिव जितेन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र सहाय ने कहा कि आज धनबाद बार के लिए यह गर्व का विषय है कि यहां से कई अधिवक्ता उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंचे हैं। महासचिव जितेंद्र कुमार ने कहा कि नया भवन सभी लोगों के लिए उपयोगी होगा।
कार्यक्रम में न्यायिक पदाधिकारी, धनबाद विधायक राज सिन्हा, झरिया विधायक रागिनी सिंह, डुमरी विधायक जयराम महतो, पूर्व सांसद पशुपतिनाथ सिंह, पूर्व झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, समाजसेवी डॉ शिवानी झा, विजय झा, स्टेशन बार काउंसिल सदस्य मनोज कुमार सहित धनबाद बार एसोसिएशन के तमाम पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।
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इन्हें किया गया सम्मानित
कार्यक्रम में 38 वरिष्ठ अधिवक्ताओं को शॉल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में अबुल हाय अंसारी, अजीत कुमार, एबी सिंह, अनिल बनर्जी, अनीसुर रहमान, अरुण कुमार सिंह, बाबूलाल अग्रवाल, विनय कुमार, विनय कुमार मुखर्जी, ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, चंद्रशेखर सिंह, दूल गोविंद बनर्जी, गौरचंद्र महतो, हरिहर प्रसाद, ईश्वर नारायण मंडल, जानकी प्रसाद केवट, कंसारी मंडल, महेश्वर प्रसाद शाह, मन्नान मल्लिक, मुख्तार अहमद अंसारी, नकुलदेव सिंह, रामनरेश सिंह, रामापदो कुमार, राम प्रसाद महतो, राम प्रवेश शर्मा, साधन कुमार नामहता, समरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, समीरन पाल, सत्यवान सिंह, शंभूनाथ दत्ता, शिवदास तिवारी, श्याम नंदन प्रसाद, श्यामल नंद मुखर्जी, सीताराम खेतान, कृष्ण प्रसाद सिन्हा, मातादीन अग्रवाल, पीसी मंडल शामिल थे।
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सम्मान नहीं देने का आरोप
स्टेट बार काउंसिल स्टीयरिंग कमेटी के चेयरमैन राधेश्याम गोस्वामी तथा काउंसिल सदस्य प्रयाग महतो को कार्यक्रम में तवज्जो नहीं मिला। राधेश्याम गोस्वामी मीडिया के लिए बनाई गई गैलरी में बैठे जबकि प्रयाग महतो कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। राधेश्याम गोस्वामी तथा सदस्य प्रयाग महतो ने बताया कि उन्हें कार्यक्रम की आधिकारिक सूचना नहीं दी गई थी। संगठन के पदाधिकारी द्वेष भावना से ग्रसित होकर काम कर रहे हैं।
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अधिवक्ता लिपिकों ने जताया हर्ष
एसोसिएशन ने छह अधिवक्ता लिपिकों को सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में अधिवक्ता लिपिक सरयू प्रसाद यादव, सहदेव पासवान, गंगेश्वर महतो, कार्तिक कुमार, रामनाथ प्रसाद और कंसारी मंडल के नाम शामिल हैं। विधि लिपिक महासंघ के सचिव हृदय कुमार लाला, महासंघ के महासचिव कन्हैया राय ने इस पर हर्ष व्यक्त करते हुए बार एसोसिएशन के प्रति आभार जताया। कोरोना काल में एसोसिएशन को सहयोग करने वाले 40 अधिवक्ता को भी सम्मानित किया गया।
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