मातृभाषा से सांस्कृतिक और आत्मिक जुड़ाव : रमैया
धनबाद में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति नराकास और बीसीसीएल तथा कैनरा बैंक के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुरली कृष्ण रमैया ने की। मातृभाषा के महत्व...
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धनबाद, विशेष संवाददाता नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति धनबाद (नराकास) के तत्वावधान में अध्यक्ष कार्यालय बीसीसीएल और कैनरा बैंक के सौजन्य से शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया ने की। मौके पर निदेशक (कार्मिक) मुरलीकृष्ण रमैया ने मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मातृभाषा वह भाषा है, जिसे व्यक्ति बिना पढ़े-लिखे ही बोल सकता है। यह भाषा मां से प्राप्त होती है और इसके साथ व्यक्ति का सांस्कृतिक और आत्मिक जुड़ाव होता है। मातृभाषा के संरक्षण से हमारी जड़ों को पोषण मिलता है।
बीसीसीएल के महाप्रबंधक (कार्मिक एवं राजभाषा) कुमार मनोज ने स्वागत वक्तव्य दिया। मंच पर सेल के महाप्रबंधक योगेंद्र पासवान, कैनरा बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अंतिम जैन तूफान सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। लेखक एवं पत्रकार उमानाथ लाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान स्मृति ज्ञान प्रतियोगिता एवं मातृभाषा पर भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न कार्यालयों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। धनबाद केंद्र सरकार के लगभग 40 कार्यालयों से 120 से अधिक प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर मातृभाषा के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया। संचालन बीसीसीएल के प्रबंधक (राजभाषा) एवं नराकास, धनबाद के सचिव दिलीप कुमार सिंह ने किया।
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