बीटेक में तीन व एमटेक सिविल इंजीनियरिंग में चार नए कोर्स की शुरुआत
आईआईटी आईएसएम धनबाद में सत्र 2025-26 से बीटेक में तीन नए और एमटेक में चार नए पाठ्यक्रम शुरू हो रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों में स्ट्रक्चरल, जियोटेक्निकल, वाटर रिसोर्सेज और ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग शामिल...

धनबाद, मुख्य संवाददाता। आईआईटी आईएसएम में सत्र-2025-26 से बीटेक में तीन और एमटेक के सिविल इंजीनियरिंग में चार नए कोर्स की शुरुआत हो रही है। आईआईटी ने बुधवार को विधिवत घोषणा कर दी है। सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने उद्योग-केंद्रित विशेषज्ञताओं के साथ नए एमटेक कार्यक्रम शुरू किया है। इनमें स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग, वाटर रिसोर्सेज इंजीनियरिंग, ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग शामिल हैं। इन उन्नत पाठ्यक्रमों की घोषणा कर शैक्षणिक उत्कृष्टता और उद्योग की आवश्यकताओं के बीच सेतु स्थापित किया है। बताते चलें कि आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र हिन्दुस्तान ने पहले ही यह सूचना प्रमुखता से प्रकाशित की थी। सिविल इंजीनियरिंग के छात्र एमटेक में अपनी रुचि और करियर लक्ष्यों के अनुसार उक्त चार विशेषज्ञताओं में से एक चुन सकते हैं। इन कार्यक्रमों में प्रवेश गेट परीक्षा के माध्यम से होगा। जानकारों का कहना है कि आईआईटी धनबाद सिविल इंजीनियरिंग क्षेत्र की तेजी से बदलती मांगों के अनुरूप खुद को ढाल रहा है।
आईआईएम मुंबई के साथ मिलकर बीटेक-एमबीए कोर्स: आईआईटी धनबाद व आईआईएम मुंबई ने मिलकर पहला इंटीग्रेटेड पांच वर्षीय बीटेक एमबीए डुएल डिग्री कोर्स को लांच किया है। यह कोर्स माइनिंग इंजीनियरिंग व लॉजिस्टिक एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट को जोड़ेगा। कोर्स का उद्देश्य तकनीकी इंजीनियरिंग शिक्षा और उन्नत प्रबंधन प्रशिक्षण के बीच की खाई को पाटना है। आईआईटी में बीटेक माइनिंग इंजीनियरिंग के बाद मैनेजमेंट की पढ़ाई आईआईएम मुंबई परिसर में किया जाएगा। इसके बाद उसे आईआईएम मुंबई के आधुनिक अंगुल (ओडिशा) परिसर में स्थानांतरित किया जाएगा।
चार वर्षीय बीएस की डिग्री लेकर हो सकते हैं बाहर: आईआईटी ने दो बीएस-एमएस कोर्स को भी नए सत्र से शुरू करने का निर्णय लिया है। इनमें केमिकल साइंस की ओर से बीएस-एमएस प्रोग्राम तथा फिजिकल साइंस की ओर से बीएस-एमएस कोर्स शामिल हैं। अहम यह है कि केमिकल साइंस बीएस-एमएस में चार वर्ष की पढ़ाई करने के बाद बीएस डिग्री लेकर कोर्स से बाहर हो सकते हैं। जेईई एडवांस से नामांकन होगा। इसमें कोर व वैकल्पिक विषयों का संयोजन किया गया है। विशेषकर क्वांटम मैकेनिक्स, लेजर फिजिक्स, सॉलिड स्टेट फिजिक्स, न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे विषय शामिल हैं।
फिजिकल साइंसेज में इंटीग्रेटेड बीएस-एमएस: आईआईटी धनबाद में फिजिकल साइंसेज में पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएस-एमएस कोर्स शुरू हो रहा है। जेईई एडवांस के माध्यम से नामांकन होगा। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को भौतिक विज्ञान के गहन सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव से सुसज्जित करना है। ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप और अंतिम सेमेस्टर में एक वर्ष की शोध परियोजना के माध्यम से वास्तविक दुनिया की वैज्ञानिक चुनौतियों और औद्योगिक अनुप्रयोगों से परिचित कराया जाएगा।
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