मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दिया धरना
कालूबथान में भाकपा माले के बैनर तले कांटाजानी और कैराबाक गांव के रैयतों ने धरना दिया। उन्होंने रेलवे द्वारा जमीन अधिग्रहण और मुआवजे की कमी के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि 2017 में तीन गुना...
कालूबथान, प्रतिनिधि। आसनसोल रेल डिवीजन के कालूबथान 10 नंबर रेलवे फाटक के समीप भाकपा माले के बैनर तले सोमवार को कांटाजानी व कैराबाक गांव के रैयतों ने धरना प्रदर्शन कर बेमियादी धरना पर बैठ गए। रेलवे अधिकारियों के आश्वासन पर ग्रामीणों ने आंदोलन वापस ले लिया। ग्रामीणों ने कहा कि हमलोगों की रैयती जमीन को रेल द्वारा अधिग्रहण किया जा रहा है। मुआवजे के तौर पर चार गुना रुपया अभी तक नहीं मिला है। कहा कि 2017 में सिर्फ तीन गुना रुपये मिला है। एक गुणा अभी भी बाकी है। कहा कि 2017 में डीएफसीसी के अधिकारी गांव में आकर बोल कर गए थे की सभी रैयतों को जमीन के बदले चार गुना मुआवजा मिलेगा। साथ ही जिसका जमीन पर पेड़ है। उसको अलग से पैसा दिया जाएगा। रैयत को अवाडी भी दिया जाएगा। जिन अवाडी को पेड़ का पैसा अभी तक नहीं मिला है। भू अर्जन पदाधिकारी के प्राप्त नोटिस के अनुसार करीब एक दर्जन से अधिक रैयतों को एक भी पैसा नहीं मिला है। निरसा विधायक अरुप चटर्जी ने बताया कि रेलवे के अधिकारी धरना स्थल पर आए थे। बताया कि जितना जल्द हो सके रैयातों को मुआवजा दिलाने का काम करेंगे। जब तक रैयतों के खाते में पैसा नहीं आएगा तबतक काम बंद रहेगा। मौके पर रैयत सोमनाथ मंडल, उत्पल मंडल, अरुण मंडल, किंकर मंडल, गणेश बाउरी, दीपक मंडल, दिलीप मंडल, तपन बाउरी, अमर मंडल, रामचरण मंडल, सदानंद मंडल, गणेश चंद्र मुर्मू, मनोरंजन मंडल आदि थे।
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