चुनाव खत्म, अब विधायकों के समक्ष वादे पर खरे उतरने की चुनौती
धनबाद विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद नवनिर्वाचित विधायकों ने अपने प्राथमिकताओं पर चर्चा की। विधायक विकास, रोजगार, पानी-बिजली और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जोर दे रहे हैं। रागिनी सिंह ने अपराध नियंत्रण...
धनबाद, विशेष संवाददाता विधानसभा चुनाव खत्म हो गया। महीने भर का चुनावी शोर और प्रत्याशियों के वादों का सिलासिला थम गया है। चुनाव के दौरान प्रत्याशियों ने जनता के समक्ष बड़े-बड़े वादे किए। चुनाव परिणाम जारी होने के बाद नवनिर्वाचित विधायकों से हिन्दुस्तान ने उनकी प्राथमिकताओं पर बात की। ज्यादातर विधायकों ने पानी-बिजली सहित बुनियादी जरूरतों को पूरा करने पर भी जोर दिया। साथ ही कुछ अहम मुद्दे भी गिनाए, जो विधायकों की प्राथमिकता सूची में है।
मालूम हो कि धनबाद जिले के छह नवनिर्वाचित विधायकों में तीन रागिनी सिंह, शत्रुघ्न महतो एवं चंद्रदेव महतो पहली बार विधायक बने हैं। वहीं तीन विधायक कई टर्म अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इनमें टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, धनबाद विधायक राज सिन्हा एवं निरसा विधायक अरूप चटर्जी हैं। यानी जिले के छह नवनिर्वाचित विधायकों में तीन अनुभवी तो तीन उत्साही हैं। अब धनबाद की जनता अगले पांच साल नवनिर्वाचित विधायकों को कार्य की कसौटी पर परखेगी। बहरहाल हिन्दुस्तान ने विधायकों से उनकी प्राथमिकताओं पर बात की।
धनबाद का विकास प्राथमिकता : राज सिन्हा
तीसरी बार धनबाद के विधायक बने राज सिन्हा ने कहा कि विकास उनका प्रमुख मुद्दा है। धनबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए काफी काम किया हूं। यह भी सच है कि बहुत करना बाकी है। तीसरी बार जनता जनार्दन ने मौका दिया है। धनबाद की जनता का ऋणी हूं। हरसंभव कोशिश होगी कि जन समस्याओं से आमजन को निजात मिले। धनबाद में कानून व्यवस्था बेहतर हो, इसके लिए प्रयास करेंगे। गया पुल अंडरपास, पानी-बिजली गंभीर मुद्दा है। वहीं एसीबी जांच के नाम पर निगम की फंसी सड़कों को दुरुस्त करने की दिशा में पहल करेंगे।
क्राइम कंट्रोल और विस्थापन अहम : रागिनी सिंह
पहली बार झरिया की विधायक बनी रागिनी सिंह ने प्राथमिकताओं पर बात करने पर बोली कि झरिया में पिछले पांच साल में क्राइम का ग्राफ बहुत बढ़ गया है। क्राइम कंट्रोल पहली जरूरत है। विस्थापन बड़ा मुद्दा है। सुरक्षा जरूरी है लेकिन लोगों की इच्छानुसार पुनर्वास पर जोर रहेगा। झरिया में पानी-बिजली की गंभीर समस्या रही है। इस दिशा में प्रयास करूंगी। प्रदूषण के कारण झरियावासी परेशान हैं। प्रदूषण की समस्या का समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करूंगी। कोयला कंपनियों से लेकर सरकार के स्तर पर प्रयास करूंगी।
स्थानीय को 75% नियोजन लागू कराने पर जोर : शत्रुघ्न महतो
बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो ने कहा कि निजी कंपनियों खासकर आउटसोर्सिंग परियोजनाओं में 75%स्थानीय को नियोजना दिलाना प्राथमिकता है। नियम लागू है लेकिन स्थानीय को नियोजन मिल नहीं रहा है। इसे लागू कराएंगे। रघुवर दास सरकार के कार्यकाल में ढुलू महतो की पहल पर पानी की बड़ी योजना को मंजूरी मिली थी। हेमंत सरकार में योजना पर काम धीमी हो गई। पानी की इन योजनाओं को पूरा कराएंगे। बाघमारा में जल संकट है। इन योजनाओं पर काम करना है। कोयले के अवैध खनन में सैकड़ों जानें गई हैं। गरीब मजदूरों को न्याय मिले, इसके लिए आवाज उठाएंगे। लोगों की बुनियादी सुविधाओं के लिए काम जारी रहेगा।
बांस व ओल की खेती को प्राथमिकता देंगे : मथुरा महतो
टुंडी से फिर विधायक चुने गए मथुरा महतो ने खेती-बारी को प्राथमिकता देते हुए कहा कि नई तकनीक उपलब्ध करा किसानों की मदद करुंगा। इससे रोजगार के लिए पलायन की समस्या खत्म होगी।
टाटा स्टील से पानी को लेकर बात हुई है। एक सौ एकड़ जमीन पर बांस व ओल की खेती कराने की योजना है। तालाब, कुआं, तकनीकी शिक्षा, कल-कारखाना आदि को लेकर पहल की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेरी सोच है कि किसानों को पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में काम हो। जनता ने जिस अपेक्षा के साथ मतदान किया है उसपर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।
निरसा को इंडस्ट्रीयल जोन बनाना लक्ष्य : अरूप चटर्जी
निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि निरसा को इंडस्ट्रीयल जोन के रूप में विकसित करना लक्ष्य है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के इंडस्ट्रीयल पॉलिसी को अध्ययन कर उसपर अमल किया जाएगा। नए उद्योग स्थापित करना एवं बंद उद्योगों को चालू कराने पर जोर रहेगा। गोविंदपुर जलापूर्ति योजना को जल्द चालू करवाया जाएगा। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की तरह कलियासोल व एग्यारकुंड प्रखंड क्षेत्र में आवासीय विद्यालय की स्थापना करेंगे। मुगमा से चिरकुंडा व निरसा से बारबेंदिया तक की सड़क को फोरलेन और खारापाथर तक चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण करवाया जाएगा।
रोजी-रोजगार पहली प्राथमिकता : चंद्रदेव महतो
सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो ने कहा कि वे अपने चुनावी वादों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। रोजी-रोजगार व जनता की बुनियादी समस्याओं के निराकरण पर जोर देंगे। जनता के बीच सेवक के रूप में काम करेंगे। सिंदरी विधानसभा में रोजी-रोजगार का संकट है। इसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। यहां नए उद्योग लगाने की पहल की जाएगी, जिससे लोगों को यहां रोजगार मिल सके। पलायन की समस्या है। इसे रोकने की कोशिश होगी। सिंदरी खाद कारखाना में स्थानीय को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी देने की पहल की जाएगी। सड़क, बिजली और पानी संकट को दूर करना भी प्राथमिकता सूची में है।
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