Hindi Newsझारखंड न्यूज़धनबादCyber Crime Foiled Dhanbad Youth Tracks Down Thieves Who Stole His Mobile and Embezzled 57 900

साइबर अपराधी से डेबिट कार्ड से निकाले पैसे, क्रेडिट कार्ड से लिया लोन

धनबाद के दीपांकर गुप्ता का मोबाइल चोरी होने के बाद साइबर अपराधियों ने उनके बैंक खाते से 57,900 रुपए ट्रांसफर कर दिए। अपराधियों ने उनके क्रेडिट कार्ड से महंगे सामान खरीदे। दीपांकर ने अपनी सूझबूझ से...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादSat, 23 Nov 2024 02:11 AM
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धनबाद, वरीय संवाददाता बरटांड़ के रहनेवाले राजेश गुप्ता के पुत्र दीपांकर गुप्ता का मोबाइल दो दिन पूर्व स्टेशन से चोरी हो गया। चोरी गए मोबाइल की मदद से साइबर अपराधियों ने उसके बैंक खाते से 57,900 रुपए ट्रांसफर करवा लिए। उसके क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर 57 हजार का टीवी और एक 33 हजार का मोबाइल ऑनलाइन खरीद लिया, लेकिन बेंगलुरु में आईटी सेक्टर में काम करनेवाले दीपांकर ने अपनी सूझबुझ से मोबाइल डिलीवरी होने से पूर्व ही डिलीवरी ब्वॉय को ट्रैक कर अपराधियों तक पहुंचा और धनबाद जीआरपी की मदद से आसनसोल के गैलेक्सी मॉल से दो साइबर अपराधियों को धर दबोचा।

दीपांकर ने बताया कि स्टेशन से मोबाइल चोरी होने के बाद उन्होंने धनबाद जीआरपी में इसकी शिकायत की। इसके बाद अपना सिम ब्लॉक कराया, लेकिन मोबाइल साइबर अपराधियों के हाथ लग गया। उन्हें पता भी नहीं चला और उनके खाते से 57 हजार नौ रुपए ट्रांसफर कर लिए गए। बताया कि साइबर अपराधियों ने चालाकी से मोबाइल से आधार नंबर निकाल लिया और इसी आधार नंबर से बंद हुए सिम को री-एक्टिवेट कर लिया। इसके बाद अन्य मोबाइल में डाल कर फ्लिपकार्ट का अकाउंट खोलकर पे लेटर एड करके उनके क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर 57 हजार का टीवी और 33 हजार का मोबाइल ऑर्डर कर लिया। इन सब चीजों की उसे खबर नहीं लगी, लेकिन शुक्रवार को बेंगुलूरु जाने से पूर्व एक एप की मदद से यह जानने की कोशिश की कि उनके आधार का प्रयोग हुआ है या नहीं। जांच में पता चला कि आईडीएफसी बैंक और सिम कार्ड को री-एक्टिवेट करने में किया गया है।

डिलीवरी ब्वॉय की मदद से पहुंचा अपराधियों तक

दीपांकर ने बताया कि तकनीकी जांच में विभिन्न बैंक व कंपनियों में स्रोत की मदद से फ्लिपकार्ट के ऑर्डर के बारे में पता चला। उसके ऑर्डर ब्लॉक की बजाय डिलीवरी करनेवाले और अपराधियों तक पहुंचने का निर्णय लिया। पता चला कि आसनसोल में डिलीवरी होनी है। इसके बाद कंपनी की मदद से डिलीवरी ब्वॉय का नंबर लिया और उसे पूरी जानकारी दी। इसके बाद उसने पूरी जानकारी जीआरपी को दी और अपराधियों को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई गई। जीआरपी ने डिलीवरी ब्वॉय को अपने संज्ञान में लिया। निरसा थाना से पुलिस बल लेकर टीम दीपांकर के साथ आसनसोल गैलेक्सी मॉल पहुंची और डिलीवरी लेते ही दो साइबर अपराधियों को रंगेहाथ धर दबोचा। दोनों जामताड़ा के रहनेवाले हैं। पुलिस दोनों को लेकर रेल थाना धनबाद ले आई, जहां पूछताछ की जा रही है। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल में आठ-दस लाख रुपए के ट्रांजक्शन का पता चला है।

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