धनबाद में कांग्रेस की हार पर मचा हाहाकार, जिला तथा कार्यकारी अध्यक्ष को हटाने की मांग
धनबाद विशेष संवाददाता धनबाद जिले में कांग्रेस का सुपड़ा साफ होने के साथ ही
धनबाद, विशेष संवाददाता। धनबाद जिले में कांग्रेस का सुपड़ा साफ होने के साथ ही पार्टी में हाहाकार मच गया है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संतोष सिंह तथा कार्यकारी जिलाध्यक्ष राशिद रजा अंसारी को हटाने की मांग उठ रही है। कई कांग्रेसियों ने खुलकर दोनों का विरोध किया है। कांग्रेसियों का कहना है कि धनबाद की तीनों सीट पर हार के लिए दोनों जिम्मेवार हैं। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अनवर शमीम ने आरोप लगाया है कि तीनों सीटों पर हार का मुख्य कारण कांग्रेस जिलाध्यक्ष व कार्यकारी जिला अध्यक्ष हैं। तीनों विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं से दूरी बनाकर रखा। जिसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ा। तीनों विधानसभा क्षेत्र में हार के लिए जिलाध्यक्ष व कार्यकारी जिला अध्यक्ष सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। प्रदेश नेतृत्व से मांग करते हैं कि दोनों को पद से हटाया जाए।
प्रदेश प्रतिनिधि मनोज यादव (अधिवक्ता) ने कहा कि विधानसभा चुनाव की हार के लिए अध्यक्ष संतोष सिंह जिम्मेवार हैं। बाघमारा विधानसभा हम इसलिए हारे क्योंकि वहां से राजद के रोहित यादव को कांग्रेस में शामिल कराकर बाघमारा में गुटबाजी कराई गई। टिकट नहीं मिलने पर रोहित यादव को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप खड़ा कराया गया। इस कारण हम बाघमारा सीट हारे। झरिया में पूर्णिमा नीरज सिंह को हराने के लिए भी जिलाध्यक्ष जिम्मेवार हैं। अल्पसंख्यक वोट का ध्रुवीकरण करने का प्रयास किया गया। अशोक वर्णवाल एवं कालीचरण यादव को हटाने से ओबीसी वोटर में गलत संदेश गया। धनबाद विधानसभा सीट हम जीत चुके थे, मगर एक होटल में वैभव सिन्हा के साथ बदतमीजी की गई। उनके समर्थकों के साथ मारपीट भी हुई। जनता में गलत संदेश गया। जनता ने यह समझा कि कांग्रेसी आपस में ही लड़ रही है तो ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देना मतलब नुकसान करना होगा। मनोज यादव ने जिलाध्यक्ष संतोष सिंह के कॉल डिटेल की जांच की मांग की है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।