ब्लास्टिंग को ले हंगामा, ग्रामीणों व बीसीसीएल प्रबंधन में नोकझोंक
बरोरा में एएमपी कोलियरी की डेको आउटसोर्सिंग परियोजना के तहत ब्लास्टिंग के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध हुआ। सीआईएसएफ और बीसीसीएल प्रबंधन के बीच नोकझोंक में महिला सीआईएसएफ जवान ने एक महिला को लाठी मारी।...
बरोरा, प्रतिनिधि एएमपी कोलियरी की डेको आउटसोर्सिंग परियोजना में रविवार की शाम ब्लास्टिंग को लेकर सीआईएसएफ की मौजूदगी में मंडल केंदुआडीह के ग्रामीणों और बीसीसीएल प्रबंधन के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान महिला सीआईएसएफ की लाठी से नसीमा खातून नामक महिला घायल हो गई।
ग्रामीणों की ओर से बारूद गाड़ी पर पत्थरबाजी की भी सूचना है। बरोरा पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले को शांत कराया। घटना के बाद ब्लास्टिंग कार्य बाधित है। मिली जानकारी के अनुसार मंडल केंदुआडीह के समीप स्थित डेको आउटसोर्सिंग खदान में एएमपी कोलियरी प्रबंधन ब्लास्टिंग कराने की तैयारी की जा रही थी, तभी ब्लास्टिंग स्थल पर दर्जनों की संख्या में मंडल केंदुआडीह की महिला-पुरुष ग्रामीण पहुंच कर ब्लास्टिंग कार्य का जमकर विरोध करने लगे। इस दरम्यान सीआईएसएफ की मौजूदगी में बीसीसीएल प्रबंधन और ग्रामीण महिलाओं के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी। विरोध करनेवालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। बताया जाता है कि इस दौरान महिला ग्रामीणों द्वारा पत्थरबाजी किए जाने से स्थिति बिगड़ती देख महिला सीआईएसएफ जवानों ने विरोध कर रही ग्रामीण महिलाओं पर हल्का लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें नसीमा खातून के हाथ में चोट लग गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रबंधन डीजीएमएस के नियम को ताक पर रखकर गांव से महज 50-60 मीटर की दूरी पर ब्लास्टिंग करने की तैयारी कर रहा था, जिसका विरोध करने पर प्रबंधन ने हमलोगों पर सीआईएसएफ से लाठी चलवायी। ग्रामीणों के अनुसार गांव के बीचों-बीच एक पुराना जर्जर पानी का टंकी है। उसके अगल-बगल 30-40 घर हैं। हैवी ब्लास्टिंग होने से पानी टंकी समेत गांव के सभी घर हिल जाते हैं। यहां कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है। विरोध करनेवालों में पूजा देवी, मुनिया देवी, लखी देवी, आशा देवी, देवंती देवी, मस्ती देवी, रीना देवी, रानी खातून, कुंती देवी, अमला देवी शामिल है। इधर, मंडल केंदुआडीह के ग्रामीणों ने रविवार की शाम सात बजे बरोरा थाना पहुंच को बीसीसीएल प्रबंधन पर नियम के विरुद्ध जबरन ब्लास्टिंग करने का आरोप लगाया।
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ग्रामीण महिलाएं ब्लास्टिंग का विरोध कर रही थी: पीओ
एएमपी कोलियरी के पीओ काजल सरकार ने बताया कि ग्रामीणों का आरोप निराधार है। ब्लास्टिंग नियमानुसार ही किया जाता है। अतिक्रमण करनेवाले ग्रामीणों ने ब्लास्टिंग कार्य को जबरन रोकते हुए बारूद गाड़ी पर पत्थरबाजी की। बचाव में सीआईएसएफ की महिला जवानों और अतिक्रमणकारी ग्रामीणों के बीच कहासुनी हुई। विरोध के कारण ब्लास्टिंग कार्य बंद करना पड़ा।
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