18 साल पहले चचेचे भाई को मारा, अब सगे भाई की हत्या
घर के बंटवारे के झगड़े में बड़े भाई संतोष महतो ने मंझले भाई पिंटू महतो की हत्या कर दी। बीच-बचाव के लिए आईं पिंटू की सास को भी गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। घटना के बाद संतोष ने खुदकुशी का प्रयास किया।...
घर के बंटवारे के झगड़े में बड़े भाई संतोष महतो ने मंझले भाई पिंटू महतो की हत्या कर दी। बीच-बचाव के लिए आईं पिंटू की सास को भी गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। घटना के बाद संतोष ने खुदकुशी का प्रयास किया। घटना शुक्रवार सुबह बरवाअड्डा के बिराजपुर गांव की है। हत्यारोपी संतोष कुमार महतो तथा घायल सास चिंता देवी का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। संतोष कुमार पर वर्ष 2000 में अपने चचेरे भाई की हत्या का भी आरोप है। इस मामले में वह 13 साल जेल में रहा। क्या है घटनाक्रम : घर के बंटवारे के लिए संतोष, पिंटू और छोटे भाई मोती महतो के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। शुक्रवार सुबह आठ बजे संतोष अपनी बहन के साथ घर के बंटवारे पर बातचीत कर रहा था। पिंटू भी वहां था। बातचीत में ही संतोष उग्र हो गया और उसने तलवार निकाल ली और भाई पिंटू पर प्रहार करने लगा। उसने पिंटू के सिर और हाथ पर वार करने के बाद तलवार उसके पेट में घोंप दी। तलवार पेट के आर-पार हो गई। घटना के दौरान बीच बचाव करने आयी पिंटू की सास को भी तलवार से मारकर जख्मी कर दिया। दोनों को जख्मी करने के बाद आरोपी ने फांसी लगाकार आत्महत्या की कोशिश की। घटना के बाद रोते-चिल्लाते पिंटू की पत्नी घर से बाहर निकली और ग्रामीणों को बताया। ग्रामीणों की सूचना पर बरवाअड्डा थाना प्रभारी दिनेश कुमार दल बल के साथ गांव पहुंचे और तीनों को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया। गंभीर स्थिति में पिंटू को सुबह 10.15 बजे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। दो घंटे बाद 12.20 मिनट में उसकी मौत हो गयी। समाचार लिखे जाने तक आरोपी संतोष की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। चिंदा देवी खतरे से बाहर बतायी जाती है।इसलिए था विवाद : बिराजपुर के पूर्व मुखिया पूरन रविदास (वर्तमान मुखिया मालती देवी के पति) के अनुसार तीनों भाई मूल रूप से तेलमच्चो के रहने वाले हैं। तीन साल पहले बिराजपुर में जमीन लेकर बसे थे। पिंटू और मोती मेलों में खिलौनों की दुकान लगाते थे। संतोष धनबाद में किसी दुकान में काम करता है। जमीन के दो भाग में घर है और एक भाग खाली थी। परिवार में बंटवारे की तैयारी थी। कोई खाली जमीन नहीं लेना चाहता था। पहले भी कई बार विवाद हो चुका था। तीन दिन पहले पंचायत बैठी थी। संतोष ने पंचों की बात को मानने से इनकार कर दिया था। शुक्रवार को इसी विवाद में संतोष ने अपनी भाई की हत्या कर डाली। छत पर आरोपी ने अपना गला घोंटा : पूर्व मुखिया पूरन रविदास के अनुसार घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी संतोष छत पर चला गया और वहां रस्सी से अपना गला घोंट लिया। जब पुलिस छत पर गयी तो उसे मुंह से झाग निकल रहा था और रस्सी गले में लगी थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।