तीन दिवसीय सीपीएचसी प्रशिक्षण का शुभारंभ
देवघर में सीएस डॉ. जुगल किशोर चौधरी के निर्देशन में जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी की अध्यक्षता में तीन दिवसीय सीपीएचसी प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रतिभागियों को...
देवघर, प्रतिनिधि। सीएस डॉ. जुगल किशोर चौधरी के निदेशानुसार जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी की अध्यक्षता में तीन दिवसीय सीपीएचसी (व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल) प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। यह प्रशिक्षण आईएमए हॉल, पुराना सदर अस्पताल में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र के सभी प्रखंडों से आए प्रतिभागियों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के महत्व और इसके प्रभावी कार्यान्वयन के बारे में जागरूक करना था। प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षक डॉ. विकाश कुमार और डॉ. गुडाकेश ने सीपीएचसी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल (सीपीएचसी) को आर्थिक, प्रौद्योगिकीय और जनसंख्या परिवर्तनों के बीच स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय के रूप में देखा जाता है। 1990 से 2010 के बीच बाल मृत्यु दर में कमी के अधिकांश लाभ स्वास्थ्य क्षेत्र के बाहर के घटकों, जैसे पानी, स्वच्छता, शिक्षा और आर्थिक विकास, के कारण थे। सीपीएचसी दृष्टिकोण से स्वास्थ्य और कल्याण के सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय और व्यावसायिक निर्धारकों को संबोधित करने के लिए नीतियों में बदलाव लाने का प्रयास किया जाता है। यह पद्धति स्वास्थ्य सेवाओं को जनकेंद्रित बनाती है और समुदायों को सक्रिय रूप से इसमें शामिल करती है। प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता को कम करती है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की कार्यक्षमता में सुधार होता है। सामुदायिक सहभागिता, शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यवाहियों के माध्यम से स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार किया जा सकता है। इस प्रशिक्षण में रवि चंद्रा मुर्मू, डीपीए, सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी, और अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी उपस्थित थे।
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