देवघर-बासुकीनाथ सड़क निर्माण का भाकपा माले ने जताया विरोध
देवघर-बासुकीनाथ सड़क निर्माण कार्य के चलते स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। कई परिवारों के घर बिना मुआवजे तोड़े गए हैं। भाकपा माले ने विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन और निर्माण कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए। स्थानीय...
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देवघर प्रतिनिधि देवघर-बासुकीनाथ सड़क में चल रहे फोर लेन सड़क निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। सड़क निर्माण के नाम पर मोहनुर थाना क्षेत्र के तीरनर, बसडीहा क्षेत्र के कई परिवारों को उनके घरों को बिना मुआवजा दिए तोड़ दिया गया है। भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर विरोध-प्रदर्शन किया। गुरुवार सुबह 10 बजे भाकपा माले नेता और कार्यकर्ताओं ने देवघर-बासुकीनाथ सड़क हिंडोलावरन से बसडीहा तक विरोध मार्च किया। इस दौरान प्रशासन और सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रमुख मांगों को लेकर खरगडीह गांव अवस्थित कंपनी कार्यालय के समक्ष धरना दिया। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।
प्रशासन और निर्माण कंपनी पर गंभीर आरोप : विरोध-प्रदर्शन के दौरान पार्टी नेता गीता मंडल ने स्थानीय जिला प्रशासन और सड़क निर्माण कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए। कहना था कि प्रशासन और कंपनी ने विस्थापित परिवारों के साथ अन्याय किया है। बताया कि अनुमंडल अधिकारी ने बिना किसी सूचना या समय दिए स्थानीय निवासियों के घरों को तोड़वाया, जिससे कई लोग बेघर हो गए और उनकी संपत्ति का भारी नुकसान हुआ। कहा कि जिन परिवारों को अभी तक भूमि का मुआवजा नहीं मिला, उनके घरों को भी तोड़ दिया गया और उनका सामान सड़कों पर फेक दिया गया।
मुआवजा और पुनर्वास की मांग : जयदेव सिंह ने प्रशासन और सड़क निर्माण कंपनी से सवाल किया कि जब भूमि का भुगतान नहीं किया गया था, तो उन परिवारों को उनके घरों से सड़क पर कर दिया गया। प्रशासन और कंपनी से तत्काल मुआवजा और पुनर्वास की मांग की। अगर प्रशासन ने जल्द इन परिवारों को राहत नहीं दी, तो भाकपा माले और स्थानीय लोग आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। धरना में शामिल कार्यकर्ताओं ने प्रशासन और सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ नारेबाजी कर मांग की कि प्रभावित परिवारों को जल्द उचित मुआवजा और पुनर्वास दिया जाए। विरोध प्रदर्शन के दौरान भाकपा माले ने चार प्रमुख मांगें रखी। जब तक उसे पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक सड़क निर्माण का काम बंद रखने की चेतावनी कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों को दी गई। मांगों में आठ लोगों को जो घर में बुलडोजर चलाकर तोड़े गए, उन्हें शीघ्र क्षतिपूर्ति राशि दी जाए, शिविर लगाकर सभी विस्थापित को मुआवजा देने सहित अन्य शामिल है।
विधायक और एसपी को सौंपा गया मांगपत्र : मांगपत्र स्थानीय विधायक सुरेश पासवान और पुलिस अधीक्षक के नाम पर सौंपा गया। उसमें प्रशासन से अपील की गई है कि अगर मांग शीघ्र पूरी नहीं की जाती, तो आंदोलन और विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा।
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