जमीन बेच शव लेने को कुंडा थाना में होगी प्राथमिकी
देवघर में 14 वर्षीय कन्हैया कापरी की इलाज के दौरान मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने शव देने के लिए पैसे मांगे, जिसके लिए परिवार को जमीन बेचनी पड़ी। स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर जांच टीम मौके पर पहुंच रही...

देवघर, प्रतिनिधि। कुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत मेधा सेवा सदन में मोहनपुर के चकरमा निवासी 14 वर्षीय कन्हैया कापरी की इलाज के दौरान हुई मौत और उसके बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से शव देने के बदले रुपए मांगने पर जमीन बेच पैसे देने का मामला दिन-प्रतिदनि गहराता जा रहा है। मामले में रोज कुछ नया हो रहा है। सोमवार को एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग के आदेश पर कुंडा थाना प्रभारी संतोष कुमार मंडल अन्य पुलिस टीम लेकर मोहनपुर थाना पुलिस के साथ चकरमा गांव पहुंचे। थाना प्रभारी ने मृतक कन्हैया कापरी की मां मीना देवी, पिता अनिल कापरी, बहन चरकी देवी व अन्य परिजनों से मेधा सेवा सदन में हुई घटना को लेकर पूछताछ की। वहीं मृतक कन्हैया के घर पर पुलिस गाड़ी देखकर गांव के दर्जनों ग्रामीण भी वहां जुट गए। सभी ने थाना प्रभारी को मामले के बारे में जानकारी दी। उसके बाद उन्होंने मृतक की मां को घटना के संबंध में कुंडा थाना में आवेदन देने कहा। थाना प्रभारी ने मृतक के परिवारवालों को आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के कहे अनुसार मृतक की मां ने आवेदन तैयार करा लिया है। उसके बाद थाना प्रभारी टीम के साथ मोहनपुर थाना पहुंचे व थाना प्रभारी से मामले को लेकर जानकारी ली।
पांच सदस्यीय जांच टीम आज पहुंचेगी चकरमा
देवघर। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के आदेश पर सिविल सर्जन डॉ. युगल किशोर चौधरी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच टीम मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे मोहनपुर के चकरमा गांव जाएगी। टीम मृतक कन्हैया का शव जमीन बेचकर पैसे देने के बाद दिए जाने के मामले की जांच करेगी। टीम शनिवार देर रात गठित की गई है। टीम में सिविल सर्जन के अलावा एसीएमओ डॉ. पीके शर्मा, डीएमओ डॉ. अभय कुमार यादव, मोहनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी श्याम किशोर सिंह और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरीश ठाकुर शामिल हैं। बताते चलें कि मामला मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र के चकरमा गांव से जुड़ा है। 1 अप्रैल को सड़क हादसे में गंभीर रूप से जख्मी 14 वर्षीय कन्हैया कापरी की मौत 4 अप्रैल को कुंडा थाना के मेधा सेवा सदन में हो गयी थी। उसके इलाज में हुए खर्च दिए जाने के बाद शव देने की बात पर मृतक की मां को अपनी जमीन बेचनी पड़ी। भुगतान के बाद शव अस्पताल से मृतक के परिजनों को दिया गया था। इस गंभीर मामले की जानकारी होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी जांच में पहुंचे थे। उन्होंने ही पूरे मामले की जांच कर दो दिनों में रिपोर्ट तलब की है।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने मृतक के परिजनों को दिया नोटिस : जानकारी के अनुसार सीएस के आदेश पर सोमवार सुबह एक स्वास्थ्य कर्मचारी ने मृतक के घर पहुंचकर नोटिस थमाया है। उसके बदले नोटिस तामिला पंजी में टीप भी लगवाया गया है। महिला ने टीप लगाने से पूर्व नोटिस के बारे में कर्मचारी से जानकारी प्राप्त की, तो उसने बताया कि यह नोटिस सीएस द्वारा दी गयी है। मंगलवार को एक टीम उसके घर आएगी सभी लोग घर में रहेगें। टीम सभी से मामले के बारे में जानकारी प्राप्त करेगी।
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