फर्जी कस्टमर केयर, सरकारी अधिकारी बन ठगी, पांच गिरफ्तार, जेल
देवघर के दलियारडीह गांव में पुलिस ने पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर फर्जी बैंक प्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने का आरोप है। पुलिस ने छापेमारी में उनके पास से...

देवघर,प्रतिनिधि सारवां थाना अंतर्गत दलियारडीह गांव के जंगल-झाड़ी में साइबर अपराध करने वालों पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में खागा थाना के कसरायडीह गांव निवासी 30 वर्षीय पुसना अंसारी, सारठ थाना के झगराही गांव निवासी 23 वर्षीय चंदन कुमार मंडल, 22 वर्षीय शुधासु शेखर मंडल, करहैया गांव निवासी 23 वर्षीय पप्पू कुमार यादव, पालोजोरी थाना के गोपालपुर गांव निवासी 50 वर्षीय सलाउद्दीन अंसारी शामिल है। छापेमारी के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों से 7 मोबाइल फोन, 9 सिम कार्ड, जिसमें 2 प्रतिबिंब पोर्टल से चिन्हित सिम जब्त किया है। पुलिस के अनुसार गिरोह के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं और जांच के बाद और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। इनमें से दो आरोपियों के मोबाइल नंबर पर प्रतिबिंब पोर्टल पर, जबकि शेष पांच के नंबरों पर जेएमआईएस पोर्टल पर शिकायतें दर्ज पाई गई हैं। सभी की स्वास्थ्य जांच करायी गयी। उसके पश्चात कोर्ट में प्रस्तुत कर न्यायाधीश के आदश पर जेल भेज दिया गया। पुलिस उप-महानिरीक्षक सह पुलिस अधीक्षक अजीत पीटर डुंगडुंग के निर्देशन में पुलिस ने छापेमारी कर बुधवार को सात साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। अपराधियों पर फर्जी बैंक प्रतिनिधि, कस्टमर केयर और सरकारी अधिकारी बनकर आमलोगों से ऑनलाइन ठगी करने का आरोप है। कार्रवाई की शुरुआत गुप्त सूचना के आधार पर हुई, जिसमें बताया गया कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति धनहेत गांव स्थित जंगल-झाड़ी में बरगद के पेड़ के पास जमा होकर साइबर ठगी की योजना बना रहे हैं। पुलिस उप निरीक्षक कृष्णदत्ता झा की अगुवायी में विशेष छापेमारी दल गठित कर विशेश्वर कुमार देवीपुर थाना प्रभारी कौशल कुमार ने दलबल के साथ मौके से पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ और प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि अपराधी खुद को फोन-पे, पेटीएम, एयरटेल पेमेंट बैंक और पीएम किसान योजना के अधिकारी बताकर लोगों को फोन करते थे। फर्जी कस्टमर केयर बनकर उपभोक्ताओं को कैशबैक का झांसा देते और उनके मोबाइल पर लिंक भेजकर ठगी को अंजाम देते थे।
अपराधियों की ठगी के मुख्य तरीके : प्रधानमंत्री किसान योजना के लाभुकों को फर्जी लिंक भेजकर उनके बैंक डिटेल्स और ओटीपी लेकर ठगी करना। फोन-पे और पेटीएम कस्टमर केयर बनकर उपभोक्ताओं को गिफ्ट कार्ड बनवाकर रिडीम कर लेना। एयरटेल प्रमेंट बैंक अधिकारी बनकर उपभोक्ताओं के कार्ड बंद कराना और सहायता के नाम पर पुनः चालू कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी करना।
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