नववर्ष 2025 में चालू होगा देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन
देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन का निर्माण कार्य 2025 में पूरा होगा। एनएच-114 ए पर 1444 करोड़ की लागत से 45.16 किमी लंबी फोरलेन में 50 फीसदी ग्रीन फील्ड सड़क का निर्माण हो रहा है। यह फोरलेन दर्जनों गांवों को...
देवघर राकेश कर्म्हे नववर्ष 2025 में देवघर से बासुकीनाथ फोरलेन का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। एनएच- 114 ए पर 1444 करोड़ 94 लाख रुपए की लागत से निर्माण कार्य चल रहा है। फोरलेन की लंबाई 45.16 किलोमीटर होगी। झारखंड राज्य में हाइब्रिड एन्युटी मोड पर एनएच-114-ए के बासुकीनाथ से देवघर खंड के डिजाइन किलोमीटर 85.081 से डिजाइन किलोमीटर 130.240 (डिजाइन लंबाई- 45.159 किमी) तक 4 लेनिंग के लिए निविदा 23 जनवरी 2023 को जायी की गयी थी। टेंडर फाइनल होने के बाद देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन का निर्माण जून से शुरू किया गया था। 2 साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। फोर लेन में 50 फीसदी ग्रीन फील्ड सड़क बन रही है। वहीं कांवरियों के लिए भी साढ़े तीन मीटर चौड़ी सड़क बन रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन का निर्माण कार्य चल रहा है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से सूचीबद्ध कंपनी को फोरलेन का काम मिला है।
45.16 किमी लंबी बन रही फोरलेन : फोरलेन 45.16 किमी लंबी बन रही है। इसमें 50 फीसदी सड़क का काम ग्रीन फील्ड एरिया में हो रहा है। इस मार्ग में देवघर का घोरमारा, दुमका का तालझारी, सहारा व जरमुंडी में बाइपास निर्माण हो रहा है। केंद्र सरकार ने 400 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण और यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए स्वीकृत किया है। भू-अर्जन विभाग से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद काम शुरू कराया गया है। देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन सड़क देवघर रिंग रोड को जोड़ते हुए हिंडोलावरण से निकलेगी।
3.5 मीटर चौड़ा होगा कांवरिया पथ : देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन सड़क की बायीं ओर कांवरियों के लिए विशेष मार्ग तैयार किया जा रहा है। सुल्तानगंज से देवघर और फिर देवघर से बासुकीनाथ पैदल जाने वाले कांवरियों के लिए 3.5 मीटर चौड़ी सड़क अलग से बन रही है। इस पथ पर पेवर ब्लॉक्स लगाये जाने हैं। यह कांवरिया कॉरिडोर बनेगा। रास्ते में जगह-जगह कांवरियों के बैठने के लिए कुर्सियां भी लगायी जाएंगी। पेयजल सुविधा होगी और सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट भी लगायी जाएंगी ताकि रात में भी कांवर यात्रा में परेशानी ना हो।
दर्जनों गांवों के ग्रामीण जुड़ जाएंगे एनएच से : देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन सिर्फ कांवरियों व यात्री वाहनों के लिए नहीं, बल्कि दर्जनों गांवों को भी मुख्य सड़क से जोड़ने जा रही है। फोरलेन वैसे गांवों की मुख्य सड़क बनने जा रही है, जहां आवागमन का कोई कच्ची सड़क भी सही ढंग से नहीं थी। फोरलेन के किनारे मोहनपुर प्रखंड में करीब दो दर्जन ऐसे गांव है, जहां के लोग पगडंडियों के सहारे अपने गांव से निकलकर मुख्य सड़क आते थे। मोहनपुर प्रखंड के मनसाराय कुरैवा, हिरणाटांड़, बाराडीह, ठाढ़ीकल्होड़िया, रुपैयडीह, कोठिया जनाकी, छोटा जनाकी, बाराकोला, हरकट्टा, रांगा, बाराटांड़, पत्तरबोनमा, लतासारे, मलघाघर सहित दो दर्जन गांव है, जहां से फोरलेन गुजर रही है। कभी इन गांवों तक चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाती थी। अब इन गांवों के लोगों को 100 कदम भी नहीं चलना पड़ेगा और सीधे फोरलेन पर पहुंच जाएंगे। मनसराय कुरैवा व हिरनाटांड़ राय टोला के एक तरफ देवघर-दुमका रेल लाइन व दूसरी तरफ जोरिया रहने के कारण दोनों गांवों की स्थिति टापू की तरह हो गयी थी। रेलवे अंडर पास से गुजरने के बाद भी लंबी दूरी तक पगडंडियों के सहारे ग्रामीणों को आना-जाना करना पड़ता था। फोरलेन से कई गांवों के लिए रोजगार का केंद्र खुलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देवघर और बासुकीनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह बड़ी योजना आने वाले नये साल में पूर्ण हो जाएगी। काम तेज गति से चल रही है। फोरलेन में देवघर से बासुकीनाथ पैदल जाने वाले कांवरियों व दंडी यात्रियों के लिए अलग से पथ का निर्माण कार्य चल रहा है। रास्ते में कांवरियों के बैठने व पानी की सुविधा होगी। रास्ते में स्ट्रीट लाइट लगायी जाएंगी। उसका मेंटेनेंस सालोंभर एनएचएआइ करेगा। फोरलेन बन जाने से देवघर और बासुकीनाथ टू इन शहर बन जाएगा।
डॉ. निशिकांत दुबे,
भाजपा सांसद, गोड्डा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।