साइबर क्राइम : देवीपुर के पसारपुर में छापेमारी, आठ गिरफ्तार
देवघर में साइबर थाना पुलिस ने ठगी के आरोप में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने गूगल पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर अपलोड कर लोगों से व्यक्तिगत जानकारी चुराने के बाद ठगी की थी। पुलिस ने उनके पास...

देवघर, प्रतिनिधि साइबर अपराधियों का एक ठिकाने में साइबर थाना पुलिस ने छापेमारी कर साइबर क्राइम करने के आरोप में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। छापेमारी पुलिस उपमहानिरीक्षक सह पुलिस अधीक्षक अजीत पीटर डुंगडुंग के निर्देशन पर की गई थी। सभी अपराधी देवीपुर थाना क्षेत्र के पसारपुर स्थित जंगल-झाड़ी में ठिकाना बनाकर ठगी कर रहे थे। इसकी जानकारी पुलिस को होने पर छापेमारी की गई। उस दौरान मधुपुर थाना के लखनुआं गांव निवासी 17 वर्षीय सिकंदर दास, पिता गणेश दास, 22 वर्षीय जीतेंद्र दास, पिता अजीत दास, 23 वर्षीय अनुज कुमार दास, पिता मालिक दास, 23 वर्षीय विशाल कुमार दास, पिता महादेव दास, 19 वर्षीय संदीप कुमार दास, पिता बिनोद दास, 22 वर्षीय बीरेंद्र कुमार दास, पिता संदीप कुमार दास, गिरिडीह जिला के बेंगाबाद थाना के बुढ़ीसारे गांव निवासी 20 वर्षीय विजय कुमार मंडल, पिजा मनोज कुमार मंडल व पथररड्डा ओपी के बिराजपुर निवासी 20 वर्षीय बासुकी कुमार पंडित, पिता ठाकुर पंडित शामिल है। पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान 10 मोबाइल फोन और 15 सिम कार्ड बरामद किए। इन मोबाइल फोन और सिम कार्ड का इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा रहा था। प्रारंभिक जांच से स्पष्ट हुआ कि अभियुक्तों का गिरोह गूगल पर अपना फर्जी कस्टमर केयर नंबर अपलोड करता था और लोगों से व्यक्तिगत जानकारी चुराने के बाद ठगी करता था। सभी अपराधी फर्जी कस्टमर केयर के पदाधिकारी बनकर, फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक और फोन-पे कस्टमर केयर के नाम पर आमलोगों से ठगी करते थे। उन्हें गूगल पर अपने फर्जी मोबाइल नंबर को कस्टमर केयर के नाम से अपलोड करने और पीएम किसान योजना के नाम पर झांसा देने के लिए पकड़ा गया।
कैसे की गयी गिरफ्तारी : गुप्त सूचना के आधार पर वरीय पुलिस अधिकारियों के आदेश से देवीपुर थाना क्षेत्र स्थित जंगल-झाड़ी में छापेमारी की गई थी। जहां से 8 साईबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस द्वारा जब्त मोबाइल फोन और सिम कार्ड की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि अपराधी फर्जी कस्टमर केयर के पदाधिकारी बनकर, लोगों से पैसे ठगते थे। इनके द्वारा इस्तेमाल किए गए कुछ ठगी के तरीके मिले हैं।
फर्जी कस्टमर केयर नंबर : अपराधी गूगल पर अपना फर्जी मोबाइल नंबर कस्टमर केयर के नाम से अपलोड कर लोगों से ठगी करते थे। इस नंबर के माध्यम से वे लोगों को कॉल करते थे और उन्हें झांसा देकर उनके बैंक खाता विवरण, ओटीपी आदि हासिल करते थे।
फोन-पे/ पेटीएम कस्टमर केयर अधिकारी बन ठगी : अपराधी फर्जी फोने-पे और पेटीएम कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर लोगों को कैशबैक का झांसा देते थे।
एयरटेल पेमेंट बैंक ठगी : गिरफ्तार अपराधी फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक के पदाधिकारी बनकर उपभोक्ताओं से एटीएम कार्ड या मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से ठगी करते थे। वह उन्हें झांसा देकर कार्ड बंद कर देते थे और फिर सहायता के नाम पर उसे चालू कराने के लिए अतिरिक्त पैसे वसूलते थे।
सभी आरोपियों के विरूद्ध प्राथमिकी : गिरफ्तार किए गए अपराधियों के खिलाफ साईबर अपराध की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, ताकि अन्य संभावित ठगों को भी गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी असामान्य कॉल या संदेश पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
छापेमारी टीम में कौन-कौन थे शामिल : छापामारी के लिए पुलिस की विशेष टीम में इंस्पेक्टर नागेंद्र प्रसाद सिन्हा, एसआई प्रफुल्ल कुमार मांझी, देवीपुर थाना प्रभारी एसआई संदीप कृष्णा आदि शामिल थे।
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