साइबर क्राइम : पुलिस के हत्थे चढ़े 10 आरोपी
देवघर के सारवां थाना क्षेत्र के घोरपारस जंगल में पुलिस ने साइबर क्राइम में लिप्त 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनसे 12 मोबाइल फोन, 18 सिम कार्ड और 3 सिम कार्ड जब्त किए गए। आरोपियों ने फर्जी लिंक भेजकर...
देवघर,प्रतिनिधि। जिले के सारवां थाना क्षेत्र अंतर्गत घोरपारस जंगल में बुधवार को साइबर थाना की पुलिस ने एक बड़ी छापेमारी कर साइबर क्राइम में लिप्त 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 12 मोबाइल फोन, 18 सिम कार्ड और तीन सिम कार्ड भी जब्त किए गए, जिन पर पहले से साइबर क्राइम के आरोप थे और जिनकी तलाश पुलिस को लंबे समय से थी। सभी से मामले के बारे में पूछताछ करने के बाद गुरुवार शाम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों में कौन-कौन : पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विभिन्न इलाकों से लोग शामिल हैं, जिनमें मधुपुर थाना क्षेत्र, महुआ डाबर गांव 20 वर्षीय मिथिलेश कुमार दास , सोनारा ठाढ़ी थाना क्षेत्र 21 वर्षीय दिलखुश अंसारी , मधुपुर थाना के केसरगढ़ा निवासी 18 वर्षीय मोहम्मद आबादी अंसारी , सारठ थाना के पिंडारी गांव निवासी 27 वर्षीय रिजवान अंसारी, पथरोल थाना के कुशवाहा गांव निवासी 25 वर्षीय ट्रैफिक अंसारी, कपसियों गांव निवासी 19 वर्षीय शेखर कुमार दास, जामताड़ा जिला के करमा टांड़ थाना के तेतुलबांध गांव निवासी 39 वर्षीय पप्पू दास, सारठ थाना के बभन कुंड गांव निवासी 24 वर्षीय मनोज कुमार शर्मा, 22 वर्षीय हिमांशु कुमार दास, मोहनपुर थाना क्षेत्र सिमरजोर गांव निवासी 22 वर्षीय उत्तम कुमार राय शामिल हैं। इन सभी आरोपियों पर साइबर क्राइम के आरोप हैं।
साइबर क्राइम की विधि: डीएसपी राजा कुमार मित्रा व सीसीआर डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने कई आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर साइबर अपराध को अंजाम दिया था। इनमें मुख्य रूप से फर्जी लिंक बनाकर आम लोगों के मोबाइल फोन पर भेजना और फिर उनके मोबाइल हैक करके बैंक खाता से पैसे ट्रांसफर करना शामिल था। इसके अलावा, आरोपियों ने अन्य कई प्रकार के ठगी के तरीके अपनाए थे। पुलिस का मानना है कि ये आरोपी एक बड़े साइबर क्राइम रैकेट का हिस्सा थे, जो लंबे समय से इस तरह की गतिविधियों में लिप्त थे। इन आरोपियों के पास से जिन तीन सिम कार्ड्स को जब्त किया गया, वे सरकारी पोर्टल 'प्रतिबिंब' पर पहले से अंकित थे और इन पर पहले भी साइबर क्राइम के कई आरोप लग चुके थे। इन सिम कार्ड्स का कभी एक्टिव और कभी डिएक्टिव होने के कारण पुलिस को इनका ट्रैक करना मुश्किल हो रहा था, लेकिन अब इन सिम कार्ड्स के माध्यम से पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिली है। पुलिस की टीम ने साइबर अपराधियों के खिलाफ यह सफल छापेमारी घोरपारस जंगल में की। यह इलाके में अपराधी लंबे समय से छिप कर घटना का अंजाम दे रहे थे।
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