1977 में पहली बार सिमरिया के विधायक बने थे उपेन्द्रनाथ दास
1977 में पहली बार सिमरिया के विधायक बने थे उपेन्द्रनाथ दास टंडवा: बिनय कुमार सिन्हा- बड़कागांव विस से काटकर 1977 में अस्तित्व में आये सिमरिया विस के
टंडवा बड़कागांव विस से काटकर 1977 में अस्तित्व में आये सिमरिया विस के पहले विधायक बने थे उपेन्द्रनाथ दास। उस वक्त जनता पार्टी के उम्मीदवार थे। जिनका चुनाव चिन्ह कांधे पर हल लिये किसान था। उस वक्त उन्होंने कांग्रेस के ईश्वरी राम पासवान को लगभग 2700 से वोटों से हराया था। उपेन्द्रनाथ दास जेपी आंदोलन के आंदोलनकारी थे। जिन्होंने 22 माह जेल में रहा था। 1977 के बाद दूसरी बार 1980 में चुनाव हुई तो कांग्रेस के ईश्वरी राम पासवान ने विधायक उपेन्द्रनाथ दास को पराजित कर दिया। उस वक्त एकीकृत बिहार राज्य था। सिमरिया विस से पहली बार कांग्रेस के विधायक ईश्वरी राम पासवान बिहार के मंत्री बने जो 34 साल बाद फिर कोई विधायक मंत्री नहीं बन सका। 1985 में मंत्री ईश्वरी राम पासवान दुबारा विधायक बने। इसके बाद 1980 में भारतीय जनता पार्टी अस्तित्व में आने के बाद उपेन्द्रनाथ दास 1990 में कांग्रेस विधायक ईश्वरीराम पासवान को लगभग 4500 वोटों से पराजित कर दिया। 1995 में विधायक उपेन्द्रनाथ दास तीसरी बार सिमरिया से विधायक बनकर सीपीआई उम्मीदवार रामचंद्र राम को पराजित कर दिया। उस समय 7500 वोटों से हराया था। साल 2000 में झारखंड राज्य बनने के बाद राजद के योगेन्द्र नाथ बैठा विधायक बने। 2005 में भाजपा के उपेन्द्रनाथ दास ने लगभग 11000 वोटों से राजद विधायक योगेन्द्रनाथ बैठा को हराया। इसके बाद 2007 में विधायक उपेन्द्रनाथ की आकस्मिक निधन होने के बाद भाजपा ने उप चुनाव में इनके पुत्र उज्ज्वल कुमार दास को टिकट दिया पर पिता के विरासत को बचा नहीं पाये। और सीपीआई के उम्मीदवार रामचंद्र राम के हाथों पराजित हो गये। बताया गया कि विधायक रामचंद्र राम भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाये और उनका भी निधन हो गया। साल 2009 और 2014 के चुनाव में पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम के क्रमश: जयप्रकाश सिंह भोक्ता और गणेश गंझू विधायक बने। 2019 के चुनाव में भाजपा ने टंडवा के किसुन कुमार दास को टिकट दिया। जिन्होंने आजसू के उम्मीदवार मनोज चंद्रा को पराजीत कर विधायक बनने में सफल हुए। बहरहाल साल 2024 के चुनाव में पूर्व विधायक उपेन्द्र नाथ दास के पुत्र उज्ज्वल दास पर भाजपा और झामुमो ने विधायक रामचंद्र राम के पुत्र मनोज चंद्रा पर भरोसा जताया है। बताया गया कि 45 सालों के राजनीतिक सफर में पहली बार कांग्रेस के हाथ सिमरिया विस में नहीं दिखेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।