धान की सीधी बुआई से अच्छे पैदावार देख किसान गदगद
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सिमरिया, निज प्रतिनिधि। इस बार किसान धान की सीधे बुवाई से बंपर पैदावार देख गदगद है। इसके पूर्व लगभग तीन दशक से किसान हाइब्रिड धान की खेती कर रहे थे। इसमें बंपर फायदा होते थे, परंतु मजदूर के अभाव में समय से खेती करना बहुत ही मुश्किल हो गया था। ऐसे में बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड ने सीधे बुवाई के लिए किसानों को मुफ्त मशीन की सुविधा उपलब्ध करवाई। इसमे किसान अपने ट्रेक्टर से या किराये के ट्रेक्टर से मशीन लगाकर धान का सीधे बुआई किये। इसमे अराइज 6444 एक नंबर खेत 6555 दो नंबर खेत और अराइज गोल्ड तीन नंबर खेत मे लगाया गया। इसमे प्रति एकड किसानो को खाद,बीज,दवा और जुताई लेकर लगभग 6500 रुपये खर्च आया।
इसबार सिमरिया प्रखंड के इचाक खुर्द, रोल, केवटा, टिकुलिया, सिमरिया, बगरा, गोठाई, बेलगड्डा आदि क्षेत्र में किसान सीधे बुवाई किये है। बुआई के 12 दिन बाद घास की दवा डालने के बाद धान की उपज रोपाई किये गये धान की तरह ही है। टिकुलिया निवासी किसान कमख्या नारायण सिंह ने कहा की सीधे बुआई से किसान को मजदुर के अभाव मे इंतजार नही करना पडा। सरकारी दर से अधिक मजदूरी देने के बाद भी मजदूर नही मिलते है। ऐसे मे तीन दशक पूर्व तक सीधे बुआई होती थी, परंतु बंपर पैदा नही होने के कारण किसान हाइब्रिड धान की रोपाई करने लगे थे। वही किसान महेश्वरी प्रसाद सिंह ने कहां की मजदूर के अभाव मे जो खेत परती रह जाता था। अब उसमे भी खेती की संमभावना बढ़ गई है। इस बार कुछ गिने चुने बड़े किसान ही इस पद्धति से बुवाई किए। परंतु अब इसका पैदावार देखकर मझौले और छोटे किसान भी अपनाने के लिए तैयार है। क्योंकि इसमें रोपा और बिचड़ा उखाड़ने की झंझट नहीं है।
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