गौ माता में संसार की संपूर्ण शक्तियों सम्माहित है- गोपाल मणि महाराज जी
गौ माता में संसार की संपूर्ण शक्तियों सम्माहित है- गोपाल मणि महाराज जी गौ माता में संसार की संपूर्ण शक्तियों सम्माहित है- गोपाल मणि महाराज जी गौ माता
चतरा, संवाददाता। पांच दिवसीय धेनू मानस गो कथा का समापन हो गया है। अंतिम दिन गो, गंगा और गायत्री विषय पर प्रवचन किया गया। कथावाचक गोपाल मणि महाराज ने कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमारे शिव जी नंदी बैल अर्थात गाय पर बैठे हैं और उपर गंगा है। जो गाय और गंगा के बिच बैठा है वह शिव है। मतलब शक्ति के बिना शिव भी नहीं हैं। महाराज जी ने गायत्री माता की चर्चा करते हुए कहा कि गाय में तीनों शक्तियां हैं। इसके साथ ही उन्होंने तुलसीदास जी महाराज की चर्चा की। कहा कि तुलसीदास जी जब अपने पत्नी से दुखी होते हैं तो अपनी मां के पास नहीं जाकर गौ माता के पास जाते हैं। और अपनी पीड़ा सुनाते हैं। और गौ माता के पिठ पर हाथ फिरते हैं क्योंकि गाय के पुरे में सूर्य का वास होता हैं और उनके समस्या का समाधान हो जाता है। उन्होंने कहा श्रीराम पिता के आदेश पर वन चले गए, परशुराम जी अपने पिता के आदेश पर अपनी माँ का सर काट दिया जो अपने पिता को प्रसन्न कर लिया। कथा के दौरान एक व्यक्ति कथा के समय महाराज जी से पुछा मुझे बीपी है, इसे कम करके दिखाओ तो जाने। महाराज जी ने कहा तुम देशी गाय पीठ पर इक्कीस बार हाथ फिराओ उसने फिराया और उसका बीपी कम हो गया। गौमाता में संसार की सम्पूर्ण शक्तियां समाहित है। जिसने गौ माता को प्रसन्न कर लिया वह संसार की सभी देवियों को प्रसन्न कर लिया और जहाँ शक्ति प्रसन्न हो गयी वहीं शिव भी प्रसन्न हो जाते हैं। इस कलिकाल में मानव का आयु कम हो रहा है गौ घृत सर्वोत्तम है। घृत बिना भोजन करने के कारण ही यह हो रहा है। आगे उन्होंने कहा कि किसी की निंदा करना उसको जहर देने के बराबर है। महाराज जी ने श्रोताओं से कहा की कथा प्रतिदिन कथा सुनने का संकल्प ले लो। इसके बाद आरती कर कथा का समापन किया गया।
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