मगध में कोयला स्टॉक हुआ शून्य, तरस रहे हैं कारोबारी
मगध में कोयला स्टॉक हुआ शून्य, तरस रहे हैं कारोबारी मगध में कोयला स्टॉक हुआ शून्य, तरस रहे हैं कारोबारी मगध में कोयला स्टॉक हुआ शून्य, तरस रहे हैं कार
टंडवा, निज प्रतिनिधि। एशिया की सबसे बड़ी कोल परियोजना मगध इन दिनों कोयले की संकट से जूझ रहा है। कोयले के कारोबारी कोयले के लिए तरस रहे हैं। बताया गया कि जिस मगध में छह माह पूर्व लाखों टन कोयले की स्टाक होती थी, वहां का स्टॉक दिन गुजरने के साथ शून्य हो जा रही है। जानकारी के अनुसार हर रोज मगध में 62-63 हजार टन कोयले की उत्पादन हो रही है जबकि उतना कोयले की डिस्पैच भी हो रही है। जबकि यहां हर रोज लगभग 80 से 85 हजार टन कोयला खपत की संभावना है। नतीजतन है कि कोयले की उठाव के लिए कारोबारी झक मार रहे हैं। जबकि आम्रपाली में साढ़े तीन लाख टन कोयले की स्टॉक है। इस संबंध में मगध प्रोजेक्ट के पीओ एस सत्यनारायण कहते हैं कि दिसम्बर-जनवरी माह में उत्पादन में और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।
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