हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पैसेंजर के साथ माल ढुलाई के लिए सर्वाधिक उपयोगी : पाठक
चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष पाठक ने बताया कि हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग न सिर्फ पैसेंजर ट्रैफिक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है बल्कि माल ढुलाई के लिए भी देश में सर्वाधिक उपयोग में आने वाले रेल...
चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष पाठक ने बताया कि हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग न सिर्फ पैसेंजर ट्रैफिक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है बल्कि माल ढुलाई के लिए भी देश में सर्वाधिक उपयोग में आने वाले रेल मार्गों में से एक है। हाल ही में इस मार्ग के चक्रधरपुर मंडल के रेलखंड पर 130 किलोमीटर प्रति घंटा की गति का सफल परीक्षण हुआ है तथा सीआरएस के अनुमति से इस माह के अंत तक इस खंड पर 130 किलोमीटर की गति से गाड़ियां चल सकेंगी। मंडल के आसनबनी-झारसुगड़ा रेलखंड में 278 किलोमीटर तीसरी लाइन का कार्य जो वर्ष 2015-16 में स्वीकृत था वह तीव्र गति से अपनी पूर्णता की ओर बढ़ रहा है। आदित्यपुर से बिसरा तक 145 किमी तक यह पूर्ण हो चुका है। इस रेल खंड पर सफलता पूर्वक गाड़ियां चल रही हैं। थर्ड लाइन का काम पूरा : झारसुगड़ा से बामड़ा 37 किमी रेलखंड में तीसरी लाइन का काम पूर्ण हो चुका है। धुतरा से बामड़ा 28 किमी के बीच गाड़ियां तीसरी लाइन पर सफलतापूर्वक चल रही है। बिसरा-राउरकेला-बामड़ा रेल खंड पर 76 किलोमीटर तीसरी रेल लाइन का काम काफी आगे बढ़ चुका है। ब्राह्मणी नदी पर नया रेल पुल एक से दो माह के अंदर तैयार हो जाएगा। साथ ही बंडामुंडा ए केबिन, राउरकेला आरआरआई की बड़ी बिल्डिंग भी बनकर तैयार हो चुकी है। इस परियोजना का क्रियान्वयन पूर्णत: रेल की भूमि पर हो रहा है। इसकी वजह से स्थानीय लोगों की विस्थापन का दुष्प्रचार, मिथ्या एवं राजनितिक से प्रेरित है। यही नहीं बिसरा लिंक सी-बिमलगढ़ रेल खंड पर जो रेल लाइन लगनी है उसमें से केवल 0.4 किमी की ही भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन की मदद से ग्राम सभा की बैठक अक्टूबर 2019 को हुई है। इस अधिग्रहण का वाजिब मुआवजा लाभुकों को प्रदान किया जायेगा। परियोजना को पूर्ण करने में जुटा रेल प्रशासन : राष्ट्रीय महत्व के इस परियोजना को पूर्ण करने में रेल प्रशासन जोर शोर से लगा हुआ हैं। कोरोना महामारी के बीच रेल कर्मचारी एवं स्थानीय मजदूर मिलकर इस महत्वपूर्ण कार्य को कर रहे हैं। देश के लिए विकास को गति देने वाली यह परियोजना है। इस परियोजना का मूल्यांकन सीआरबी एवं सीईओ रेलवे बोर्ड तथा रेल मंत्रालय द्वारा प्रत्येक दस दिन के अंतराल पर किया जा रहा है। परियोजना प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रगति पोर्टल के मायम से सीधे मूल्यांकन की जा रही हैं। परियोजना क्रियान्वयन में सहयोग की अपील : सीनियर डीसीएम मनीष पाठक ने रेल प्रशासन बंडामुंडा, राउरकेला एवं आसपास के ग्रामीणों से देश एवं समाज के हित में इस परियोजना के क्रियान्वयन में सहयोग की अपील किया हैं। यह परियोजना रेल खंड पर यात्री ट्रेनों के परिचालन को गति प्रदान करेगी। जिससे आमजनों की यात्रा सुखद होगी साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।
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